21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सट्टा बुकी के सुसाइड नोट ने खोले राज

शहर के प्रापर्टी व्यवसायी व क्रिकेट सट्टा बुकी वीरेंद्र कुमार जैन उर्फ पप्पू कपड़ा की आत्महत्या के मामले में स्टेशन रोड पुलिस

2 min read
Google source verification

image

Shankar Sharma

Sep 20, 2015

Ratlam photo

Ratlam photo

रतलाम। शहर के प्रापर्टी व्यवसायी
व क्रिकेट सट्टा बुकी वीरेंद्र कुमार जैन उर्फ पप्पू कपड़ा की आत्महत्या के मामले
में स्टेशन रोड पुलिस ने बजरंग दल के नेता रामबाबू शर्मा व उनके साले तरूण गौड़
सहित आठ लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का प्रकरण दर्ज कर लिया है।
पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तलाश में जुट गई है। वहीं, सुसाइड नोट में कई
नामों का खुलासा हुआ है, जिनसे मृतक का जुड़ाव भी रहा है।


सीएसपी प्रताप
सिंह राणावत ने बताया कि मृतक के पास से मिले सुसाइड नोट के आधार पर आरोपियों पर
प्रकरण दर्ज हुआ है। मृतक की पत्नी शिल्पा के बयान भी दर्ज किए गए है। उसने रामबाबू
सहित अन्य के खिलाफ बयान दिए है, जो उसके पति को जबरन परेशान करते थे। वह उसके पति
के फ्लेट पर कब्जा करने के लिए उन्हें धमका रहे थे। इन लोगों की धमकी से प्रताडित
होकर ही व्यवसायी जैन ने आत्महत्या की है।

प्रकरण दर्ज
सुसाइड नोट के
आधार पर सभी आठ नामजद के खिलाफ धारा 306 में प्रकरण दर्ज कर मामले में कार्रवाई
शुरू कर दी है। सभी आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी। पीएस राणावत, सीएसपी
रतलाम शहर

पड़ौसियों का तर्क: रामबाबू ने खोला दरवाजा
पड़ौसियों ने बताया
है कि रामबाबू शर्मा शुक्रवार दोपहर साकेत अपार्टमेंट में जैन से मिलने आया था। वह
उसे फोन लगा रहा था। लेकिन फोन नहीं उठ रहा था। इस पर उसने नीचे डॉ. आशुतोष्ा से
पूछा। इसके बाद उन्होंने अंदर से बंद कमरे को काफी देर तक खटखटाया। इस दौरान चॉबी
जैसी चीज गिरने की आवाज आई। रामबाबू ने नीचे झुककर देखा तो चॉबी गिरी थी। दरवाजे की
दराज से चॉबी निकाली और फिर दरवाजा खोला तो अंदर वीरेंद्र जैन को मृत पाया। पुलिस
और परिजनों को सूचना दी।

पुलिस की जांच: पलास होटल था अaा
पुलिस जांच में
सामने आया कि आरोपी रामबाबू और उसके सभी साथियों की पलास होटल में बैठक है। वहां पर
ही प्रापर्टी व क्रिकेट बुकी के चलते मृतक जैन की भी बैठक थी। उसका ठिकाना पलास बार
थी। जहां पर उसकी उधारी भी चलती थी। लंबा चौड़ा बिल बनने के चलते होटल वाले को भी
उस पर विश्वास हो गया था और उसने वहां से भी दस लाख रूपए कर्जा उठा लिया था।
प्रापर्टी व अन्य व्यवसाय में घाटे व शराब की लत से वह कर्जदार हो गया था। जिसके
चलते डिप्रेशन में था।

सुसाइड नोट में ये लिखे नाम
सीएसपी राणावत ने
बताया कि सुसाइड नोट में लिखा है कि पलास होटल के मालिक अजय तिवारी से मृतक ने दस
लाख रूपए की उधारी की थी, वह चुका दी है। वहीं रामबाबू शर्मा, उसका साला तरूण गौड,
सुनील, एडवोकेट दिलीप कोठारी, शंकर राठोर मनीष्ा पंवार, कृष्णा मावावाला व लक्ष्मण
पाटीदार उसके फ्लेट पर कब्जा करना चाहते है।

वह उस पर खाली करने का दबाव बना रहें
हैं। जिसके चलते अब वह जीना नहीं चाहता है। जैन ने सल्फास की गोली खाकर आत्महत्या
कर ली थी। कुछ समय से तनाव में भी देखा गया था। उसने अपार्टमेंट में डेंटल क्लिनिक
के डॉ. आशुतोष्ा से भी कहा था कि अगर वह कुछ दिन में नहीं दिखे तो परिजनों को सूचित
कर देना।