Relationship Rule 222: रिश्ते निभाना आसान काम नहीं है। चाहे शादीशुदा जिंदगी हो या लॉन्ग-टर्म रिलेशनशिप, रोजमर्रा की भागदौड़, काम का दबाव और जिम्मेदारियों के बीच कई बार कपल्स के बीच दूरी बढ़ने लगती है।
Relationship Rule 222: रिश्ते निभाना आसान काम नहीं है। चाहे शादीशुदा जिंदगी हो या लॉन्ग-टर्म रिलेशनशिप, रोजमर्रा की भागदौड़, काम का दबाव और जिम्मेदारियों के बीच कई बार कपल्स के बीच दूरी बढ़ने लगती है। ऐसे में रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स एक फॉर्मूला सुझा रहे हैं, जो इन दिनों सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा में है '2-2-2' रूल।यह रूल कहता है कि पार्टनर्स अगर थोड़ी-सी प्लानिंग और प्रायोरिटी सेट करें तो अपने रिश्ते को मजबूत और रोमांचक बनाए रख सकते हैं।आइए जानते हैं 2‑2‑2 रूल के फायदे क्या हैं और 2-2-2 रूल क्या है?
हर रिलेशनशिप अलग होती है। जरूरी नहीं कि 2-2-2 रूल हर कपल पर फिट बैठे। अगर बजट या टाइम की दिक्कत है तो इसे अपनी सुविधानुसार मॉडिफाई किया जा सकता है। सबसे अहम बात है कम्युनिकेशन और अंडरस्टैंडिंग।अगर आप दोनों मिलकर अपनी प्रायोरिटी तय करेंगे, तो यह रूल सिर्फ एक ट्रेंड नहीं बल्कि रिश्ते को लंबे समय तक मजबूत बनाए रखने का तरीका साबित हो सकता है।