यूं तो शनि के दुष्प्रभावों पर नियंत्रण के लिए लोग कई देवों की शरण में जाते हैं, जो सही भी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनके अलावा शनि के दुष्प्रभावों को पूर्ण रूप से नियंत्रित करने में एक देवी की अराधना भी अत्यंत सहायक होती है। यदि नहीं तो चलिए जानते हैं उन देवी के बारे में और किन तरीकों से हम उनकी कृपा के पात्र बन सकते हैं।
इस संबंध में पंडित व ज्योतिष के जानकार सुनील शर्मा बताते हैं कि ज्योतिष ग्रहों में हर ग्रह का कोई न कोई देवी या देवता है। वहीं शनि को स्वयं का कारक माना जाता है, लेकिन यहां एक खास बात ये है कि शनि के संचालन पर कंट्रोल रखने वाली देवी मां काली हैं यानि मां काली के द्वारा ही शनि का संचालन किया जाता है। ऐसे में शनि कभी भी उन लोगों पर अपने दुष्प्रभाव नहीं छोड़ता जिन पर मां काली की कृपा होती है। वहीं इसके अलावा भी कई तरह की परेशानियों से मां काली निजाद दिलाती हैं।
ऐसे समझें मां काली को
मां काली को सभी देवियों में सर्वाधिक उग्र शक्ति माना जाता है, इनके नाम के स्मरण मात्र से ही कई विपत्तियां दूर हो जाती हैं।
काली मां के नाम के स्मरण मात्र से ही सारे दुखों के साथ ही कष्ट भी दूर हो जाते है। इसके अलावा ये भी माना जाता है कि यदि किसी पर कोई तांत्रिक प्रयोग या टोने टोटके किया गया हो,
तो वह भी मां काली के आशीर्वाद से निष्फल होता है। ऎसे ही यहां मां काली से जुड़े कुछ ऐसे उपाय बताए जा रहे हैं, जिनकी मदद से आप मां काली की कृपा के पात्र बन सकते हैं।
माना जाता है कि मां काली के इन उपायों की मदद से आप कई प्रकार की समस्याओं से भी मुक्त हो सकते है।
1. यदि आपको रात में बुरे सपने आते हैं, या घर में किसी अन्य के मौजूद होने का आभास होता है, जो दिखाई नहीं दे रहा हो, तो ऐसे में आप मां काली का यह उपाय अपना कर इन समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं।
इस उपाय के तहत रात में सोते समय अपने सिरहाने एक लोटा जल लेने के पश्चात उस पर कोई बर्तन रख एक दीपक देसी घी का और साथ में दो अगरबत्तियां जलाएं। इसके पश्चात काली मां का नाम लेने के पश्चात निश्चिंत सो जाएं। काली मां के इस उपाय से आपके घर में किसी भी प्रकार की निगेटिक एनर्जी नहीं आ पाएंगी।
2. जीवन में अप्रत्याशित व अचानक ऐसी विपत्तियों या समस्याओं का आना जिनका समाधान ही नहीं दिख रहा हो। तो ऐसी स्थिति में मां काली का उपाय तुरंत ही राहत देने वाला माना जाता है।
इसके तहत घर के पास मौजूद काली मां के मंदिर (यदि काली मंदिर नहीं हो तो, घर में काली मां की फोटो प्रतिमा स्थापित करें) में जाकर देवी मां को सुबह-शाम कर्पूर,अगर व दो लौकी का भोग लगाएं और देवी मां काली से अचानक आई मुसीबत को दूर करने की प्रार्थना करते हुए इस मंत्र की एक माला का कम से कम जाप अवश्य करें:
मंत्र: शरणागत, दीनार्त, परित्राण,परायणे
सर्वास्यार्ति, हरे, देवि, नारायणि नमोस्तुते।।
3. घर में हमेशा खुशियां व सुख-समृद्धि के साथ ही धन धान्य से भंडार भरा रखने के लिए मां काली के एक सरल उपाय का प्रयोग किया जा सकता है। जिसके संबंध में मान्यता है कि इसकी मदद से सुख – सम्पत्ति अर्जित की जा सकती है।
इस उपाय के तहत आपको हर शनिवार को नहाकर साफ सुथरे कपडे पहनने के पश्चात काली मां के मंदिर में जाकर वहां घी का दीया जलाने के पश्चात मां काली की 108 परिक्रमा लगाएं। इस परिक्रमा के साथ ही मां काली के स्तुति मन्त्र का भी जाप करते रहे, ये जाप परिक्रमा के दौरान कम से कम 108 बार करना है। मान्यता है कि ऐसा करने वाले भक्त पर मां काली अपनी कृपा बनाए रखतीं हैं जिससे उसके घर में खुशियां प्रवेश करती रहती हैं।
मां काली स्तुति मन्त्र:
काली काली महाकाली कालिके परमेश्वरी ।
सर्वानन्दकरी देवी नारायणि नमोऽस्तुते ।।
4. आज के दौर में पैसा अत्यंत जरूरी हो गया है, ऐसे में पैसे की कमी किसी भी व्यक्ति के लिए दुख या परेशानी का कारण बन सकती है। इसी के चलते लोग न केवल धन संचय करना चाहते हैं बल्कि जल्द से जल्द ज्यादा से ज्यादा धन कमाना भी चाहते है। ऐसे में माना जाता है कि मां काली का एक उपाय भक्तों को निश्चित ही धन लाभ देता है।
इस उपाय के तहत शनिवार के दिन सुबह नहाने के पश्चात 5 काली मिर्च लेकर उनको मुठ्ठी में रखकर अपने सिर के ऊपर से चारों ओर सात बार घुमाएं है, इस दौरान मंत्र का भी सात बार जाप करें:-
मंत्र : ॐ नमो काली, कंकाली, महाकाली मुख सुन्दर जिह्वा वाली।।
चार वीर भैरों चौरासी, चार बत्ती पूजूं पान ए मिठाई
अब बोलो काली की दुहाई।।
इसके बाद पांचों काली मिर्च को एक चौराहे पर ले जाकर वहां चार काली मिर्च चारों रास्तों पर जबकि एक अपने ऊपर से आसमान की तरफ फेंक दें। और फिर बिना पीछे देखे अपने घर आ जाएं। माना जाता है कि ये उपाय लगातार सात शनिवार तक करने से अवश्य धन लाभ होता है।
शनि के दुष्प्रभाव से ऐसे बचें…
शनि को संचालित करने वाली देवी माता काली शनि पर अपना विशेष प्रभाव रखने के चलते लोगों को शनि के प्रकोप से बचा सकती हैं।
शक्ति की प्रतिमूर्ति मां काली की उपासना का हिंदू धर्म में अलग ही महत्व है। ऐसे में मां काली की उपासना के नियमों की जानकारी आवश्यक है।
जानकारों के अनुसार दरअसल मां काली की पूजा दो तरीके से की जाती है, एक सामान्य और दूसरी तंत्र पूजा। सामान्य पूजा कोई भी कर सकता है, पर तंत्र पूजा बिना गुरु के संरक्षण और निर्देशों के नहीं की जा सकती। मध्य रात्रि काली की उपासना का सही समय होता है। वहीं लाल और काली वस्तुओं का इनकी पूजा में विशेष महत्व माना गया है। वहीं ये भी माना जाता है कि मां काली के मंत्र जाप से ज्यादा इनका ध्यान करना उपयुक्त होता है।
– मां काली की आराधना में कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना बेहद अवश्य होता है। इसके तहत इनकी पूजा में साफ-सफाई और शुद्धता के अलावा विशेष मुहूर्तों में मां की आराधना करने का श्रेष्ठ समय मध्य रात्रि या अमावस्या का होती है।
– घर में मां की पूजा करने के लिए घर के मंदिर में मां काली की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करने के बाद इसपर तिलक लगाएं और पुष्प आदि अर्पित करें। मां काली की पूजा में पुष्प लाल रंग का और कपडे काले रंग के होने चाहिए।
– हर रोज एक आसन पर बैठकर मां काली के किसी भी मंत्र का 108 बार जप करें। वहीं काली गायत्री मंत्र या मां के बीज मंत्रों का जाप करना बेहद फलदायी माना जाता है।
– जाप पूर्ण होने के पश्चात मां काली को प्रसाद का भोग अवश्य लगाएं। वहीं इच्छा पूरी होने तक इस प्रयोग को हर रोज जारी रखें। वहीं विशेष उपासना के तहत सवा लाख, ढाई लाख, पांच लाख मंत्र का जाप अपनी सुविधा अनुसार कर सकते हैं।
– सामान्य जातक मां को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष मंत्रों का भी प्रयोग कर सकते हैं। यह मंत्र शस्त्रों में वर्णित हैं और इन्हें काफी असरदार माना जाता है। परंतु इस बात का विशेष ध्यान रखें कि मंत्रोच्चारण शुद्ध होना चाहिए और कुछ मंत्रों को विशेष संख्या में ही जपना करना चाहिए। ह्रीं” और “क्रीं” मंत्र का प्रयोग फलकारी माना गया है।
ऐसे में शनि का संचालन करने वाली मां काली के प्रसन्न होने पर उनके आशीर्वाद से जातक पर शनि के दुष्प्रभावों का असर नहीं होता।