भानु सप्तमी के दिन सूर्य की पूजा विशेष पुण्यफल देने वाली होती है। इसलिए इस दिन नदी स्नान कर सूर्य को अर्घ्य देने और श्रीसूर्यमंडलाष्टकम् का पाठ करने से आयु, आरोग्य और संपत्ति की प्राप्ति होती है। भानु सप्तमी को संकल्प लेकर व्रत करने और विधि-विधान से पूजा कर ॐ घृणि सूर्याय आदित्याय नमः मंत्र का जाप कर, सूर्यदेव की आरती, सूर्य अष्टक, आदित्य हृदय स्तोत्र पढ़ने से जीवन के सभी दुख दूर होते हैं।
रविवार का दिन भगवान सूर्य देव की पूजा का ही दिन है, इसी दिन भानु सप्तमी है इससे धार्मिक महत्व बढ़ गया है। मान्यता है कि इस दिन से शुरू कर हर रविवार जो व्यक्ति सूर्यदेव की पूजा अर्चना करेगा वह सदा निरोगी रहेगा। सूर्य पूजा से ग्रह संबंधित परेशानी दूर होगी, जीवन में ग्रहों का दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा। इस दिन भोजन में नमक नहीं खाना चाहिए।
नमः सवित्रे जगदेकचक्षुषेजगत्प्रसूतिस्थितिनाशहेतवे। त्रयीमयाय त्रिगुणात्मधारिणेविरञ्चिनारायणशङ्करात्मने॥1॥ यन्मण्डलं दीप्तिकरं विशालंरत्नप्रभं तीव्रमनादिरूपम्। दारिद्र्यदुःखक्षयकारणं चपुनातु मां तत्सवितुर्वरेण्यम्॥2॥ यन्मण्डलं देवगणैः सुपूजितंविप्रैः स्तुतं भावनमुक्तिकोविदम्। तं देवदेवं प्रणमामि सूर्यंपुनातु मां तत्सवितुर्वरेण्यम्॥3॥ यन्मण्डलं ज्ञानघनं त्वगम्यंत्रैलोक्यपूज्यं त्रिगुणात्मरूपम्।