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एक साथ 1111 शंखों का नाद, 2500 महिलाएं करेंगी तलवार रास

अयोध्या में नित नव मंगल : श्रीराम मंदिर के उद्घाटन समारोह में बनेंगे विश्व रेकॉर्ड, 7.50 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा दुनिया का सबसे बड़ा दीपक

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एक साथ 1111 शंखों का नाद, 2500 महिलाएं करेंगी तलवार रास

एक साथ 1111 शंखों का नाद, 2500 महिलाएं करेंगी तलवार रास

अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान श्रीराम के मंदिर के भव्य उद्घाटन समारोह में कई विश्व रेकॉर्ड बनाने की तैयारी है। इनमें सामूहिक शंख वादन और महिलाओं का तलवार रास कार्यक्रम शामिल है। समारोह से पहले एक साथ 1,111 शंखों के नाद से विश्व रेकॉर्ड बनेगा तो तलवार रास के शौर्यगाथा कार्यक्रम में 2,500 महिलाएं शामिल होकर विश्व रेकॉर्ड बनाएंगी। यह कार्यक्रम अयोध्या पार्क में होगा। उद्घाटन समारोह पर उत्तर प्रदेश सरकार 100 करोड़ रुपए खर्च करेगी।

सामूहिक शंखनाद के लिए उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एनसीजेडसीसी) और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आइजीएनसीए) की मदद से शंख जुटाए जाएंगे। तपस्वी छावनी के जगतगुरु परमहंस आचार्य ने बताया कि उद्घाटन समारोह के लिए हमने दुनिया का सबसे बड़ा दीपक बनाने का टेंडर दिया है। इसकी लागत करीब 7.50 करोड़ रुपए होगी। इसका नाम महाराज दशरथ दीपक होगा। यह राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दस दिन पहले जलने लगेगा। उत्तर प्रदेश के संस्कृति विभाग के मुख्य सचिव मुकेश मेश्राम के मुताबिक उद्घाटन समारोह में भजन संध्या का आयोजन भी किया जाएगा। इसमें अनूप जलोटा, ए.आर. रहमान, अनुराधा पौडवाल, हरिहरण, सोनू निगम, शंकर महादेवन, कैलाश खेर आदि प्रस्तुतियां देंगे।

पूरे देश में निकलेगी रामचरण पादुका यात्रा

श्रीराम मंदिर के उद्घाटन से पहले पूरे देश में रामचरण पादुका यात्रा निकाली जाएगी। यह उत्तर भारत से दक्षिण भारत तक को एक सूत्र में बांधेगी। यात्रा राम वनगमन पथ से शुरू होगी। यात्रा के दौरान राम वनगमन पथ के विभिन्न पड़ावों श्रृंगवेरपुर, चित्रकूट आदि में भजन, कीर्तन, रामायण पाठ के कार्यक्रम होंगे। सांस्कृतिक झांकियों में श्रीराम के आदर्शों की झलक देखने को मिलेगी।

मकर संक्रांति से ही गूंजने लगेंगी चौपाइयां

उद्घाटन समारोह से पहले उत्तर प्रदेश के 826 नगरों में रामायण की चौपाइयां और भजन गूंजने लगेंगे। रामायण परंपरा से जुड़े मंदिरों और दूसरे स्थलों में मकर संक्रांति से उद्घाटन समारोह तक लगातार भजन, सुंदरकांड और अखंड रामायण का पाठ किया जाएगा। इसमें विभिन्न संकीर्तन मंडलिया हिस्सा लेंगी। इसके लिए राज्य सरकार 50 करोड़ रुपए खर्च करेगी।