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Krishna Janmashtami Mantra: कृष्ण जन्माष्टमी पूजा में इन मंत्रों का होता है विशेष महत्व

ज्योतिष शास्त्र अनुसार जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है उन्हें कृष्ण जन्माष्टमी व्रत जरूर रखना चाहिए।

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Krishna Janmashtami Mantra: कृष्ण जन्माष्टमी पूजा में इन मंत्रों का होता है विशेष महत्व

Krishna Janmashtami 2022 Date: श्री कृष्ण जन्माष्टमी हिंदू धर्म में मनाया जाने वाला काफी महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दिन लोग श्री कृष्ण भगवान के बाल स्वरूप की विधि विधान पूजा करते हैं। साथ ही बहुत से लोग इस दिन व्रत भी करते हैं। जन्माष्टमी की पूजा रात 12 बजे के करीब की जाती है। ज्योतिष शास्त्र अनुसार जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है उन्हें कृष्ण जन्माष्टमी व्रत जरूर रखना चाहिए। इसके अलावा संतान प्राप्ति के लिए भी ये व्रत काफी फलदायी माना गया है। यहां आप जानेंगे कृष्ण जन्माष्टमी की पूजा में किन मंत्रों का जाप जरूरी माना जाता है।

शुद्धि मंत्र-
“‘ॐ अपवित्रः पवित्रोवा सर्वावस्थां गतोअपि वा। यः स्मरेत पुण्डरीकाक्षं स बाह्याभ्यन्तरः शुचिः।।”

स्नान मंत्र-
“गंगा, सरस्वती, रेवा, पयोष्णी, नर्मदाजलैः। स्नापितोअसि मया देव तथा शांति कुरुष्व मे।।”

पंचामृत स्नान-
“पंचामृतं मयाआनीतं पयोदधि घृतं मधु। शर्करा च समायुक्तं स्नानार्थं प्रतिगृह्यताम्।।”

भगवान श्रीकृष्ण को वस्त्र अर्पित करने का मंत्र-
“शीतवातोष्णसन्त्राणं लज्जाया रक्षणं परम्। देहालअंगकरणं वस्त्रमतः शान्तिं प्रयच्छ मे।”

भगवान को नैवेद्य भेंट करने का मंत्र-
“इदं नाना विधि नैवेद्यानि ओम नमो भगवते वासुदेवं, देवकीसुतं समर्पयामि।”

भगवान को आचमन कराने का मंत्र-
“इदं आचमनम् ओम नमो भगवते वासुदेवं, देवकीसुतं समर्पयामि।”

लड्डू गोपाल को भोग चढ़ाते समय इन बातों का रखें ध्यान:
-लड्डू गोपाल का पहला भोग सुबह उठते ही लगाएं। सौम्य तरीके से ताली बजाते हुए लड्डू गोपाल को जगाएँ और फिर उन्हें दूध का भोग लगाएं।
-दूसरा भोग लड्डू गोपाल को स्नान कराने के बाद लगाएं। लड्डू गोपाल को स्नान कराकर साफ कपड़े पहनाएँ और उन्हें तिलक लगाएं। इस दौरान भोग स्वरूप कृष्ण भगवान को आप माखन, मिश्री, लड्डू या फल अर्पित कर सकते हैं।
-तीसरा भोग दोपहर के समय लगाएं। ध्यान रखें कि इस दौरान खाने की कोई ठोस वस्तु लड्डू गोपाल को अर्पित की जाती है। इस बात का ध्यान रखें कि लड्डू गोपाल को लगाए जाने वाले भोग में गलती से भी प्याज़-लहसुन का इस्तेमाल न हो।
-चौथा भोग शाम के समय लगाया जाता है। इस दौरान आप लड्डू गोपाल को मेवे या फिर रात में जो भी भोजन आपने घर पर बनाया हुआ हो उसका भोग लगा सकते हैं।
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