
चाणक्य नीति: जिस इंसान में होते हैं ये गुण उसके सामने बड़े से बड़ा शत्रु भी टेक देता है घुटने
आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में मनुष्य के कई रिश्तों जैसे भाई बहन, माता पिता, मित्रों और शत्रुओं आदि से जुड़ी कई बातों का जिक्र किया है। चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को अपने सभी रिश्तो में तालमेल बिठाए रखने के साथ ही अपने शत्रुओं की पहचान करने और उन्हें गंभीरता से लेना चाहिए। आपका कोई शत्रु सामने से वार करता है तो कई छिपकर तो ऐसे में व्यक्ति को सतर्क रहना बहुत जरूरी है। आचार्य चाणक्य कहते हैं कि यदि आप अपने जीवन के सभी शत्रुओं को परास्त करना चाहते हैं तो आप में यह गुण होना बहुत जरूरी हैं...
1. सावधानी रखें
चाणक्य नीति के अनुसार शत्रु हमेशा आप पर दृष्टि बनाए रखता है ताकि वह आपकी गतिविधियों पर नजर रख सके। और जैसे ही उसे मौका मिलता है वह आपको हराने का कोई मौका नहीं छोड़ता। इसलिए आपको हमेशा सावधान रहना चाहिए और कोई भी ऐसा काम ना करें जिससे आपकी कमियों का लाभ आपके दुश्मन उठा सकें।
2. मर्यादा ना छोड़ें
चाणक्य नीति कहती है कि हर रिश्ते की एक मर्यादा होती है जिसे किसी भी व्यक्ति को नहीं तोड़ना चाहिए। क्योंकि अगर आपके रिश्तों में खटास पैदा होती है तो इस बात का फायदा भी आपका शत्रु उठा सकता है।
3. योजना जरूर बनाएं
अपनी योजनाओं के बारे में हर किसी को भी सही आदत नहीं है। अपने कार्यों से जुड़ी रणनीति और योजनाओं के बारे में केवल भरोसेमंद और निजी लोगों को ही बताना उचित होता है। क्योंकि अगर आपकी योजना के बारे में आपके दुश्मनों को पता चल गया तो आपको हराना उनके लिए आसान हो जाता है। इसलिए काम पूरा होने के बाद ही इसकी चर्चा अन्य लोगों से करें।
4. बुराई से बचें
चाणक्य नीति के अनुसार किसी की भी बुराई करना या दूसरों के बारे में बुराई सुनना ये दोनों ही गलत आदतें है। अगर आपको अपने कार्यों में सफलता प्राप्त करनी है तो बुराई करने और सुनने दोनों से बचें। अन्यथा आपकी इस आदत से आपके शत्रु को बल मिलता है।
Updated on:
06 Apr 2022 11:41 am
Published on:
06 Apr 2022 11:39 am
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