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Makar sankranti 2023: मकर संक्रांति का वाहन क्या है वाराह या व्याघ्र, महंगाई आएगी या मिलेगी राहत

मकर संक्रांति वाहन को लेकर इस साल कंफ्यूजन है, इससे श्रद्धालुओं में इसके फल को लेकर भी असमंजस की स्थिति बन गई है।

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Shailendra Tiwari

Dec 29, 2022

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मकर संक्रांति का वाहन

भोपाल. ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि सूर्य को नवग्रहों का राजा माना जाता है, इससे कई गणनाओं और मुहूर्त का निर्धारण होता है। सूर्य जब मकर राशि में गोचर करते हैं तो इसे मकर संक्रांति कहते हैं। इसी के साथ खरमास यानी मलमास भी खत्म हो जाता है। मकर संक्रांति वाहनयुक्त जैसी विशेषता लिए होती है। इनसे इस मकर संक्रांति के फल आदि का अनुमान लगाया जाता है।


लखनऊ के ज्योतिषाचार्य पं. उमाशंकर मिश्र का कहना है कि वर्ष 2023 में पड़ने वाली संक्रांति का वाहन वाराह और उपवाहन वृषभ है। इस वर्ष संक्रांति का आगमन हरित वस्त्र, हरित कंचुकी, मोती की माला, बकुल पुष्प धारण किए वृद्धावस्था में चंदन लेपन कर खड्ग लिए ताम्रपक्ष में भिक्षा अन्न ग्रहण करते पश्चिमाभिमुख उत्तर दिशा की ओर गमन करते हो रहा है।


वहीं कुछ पंचांग के अनुसार मकर संक्रांति का वाहन व्याघ्र और उपवाहन अश्व है। इनके अनुसार संक्रांति का आगमन पीत वस्त्र, पर्ण कंचुकी, कंगन, जातिपुष्प धारण किए कुमार्यावस्था में कुमकुम लेपन कर गदा लिए रजत पात्र में पायस भक्षण करते पश्चिमाभिमुख उत्तर दिशा की ओर गमन करते हो रहा है।

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मकर संक्रांति का फलः जबलपुर के ज्योतिषाचार्य जनार्दन शुक्ला और लखनऊ के ज्योतिषाचार्य मिश्र के मुताबिक मकर संक्रांति का आगमन दक्षिण दिशा से वाराह वाहन पर सवार होगा। इसका अर्थ है कि इस साल कृषि उत्पादन भरपूर होगा। संक्रांति का गमन उत्तर दिशा की ओर होगा, यानी यह उत्तर भारत के लिए विशेष शुभफलदायी होगा। यह संकेत राजनेताओं, शासकवर्ग और व्यापारियों के लाभ की ओर भी इशारा करता है। खाद्य पदार्थों के महंगे होने की आशंका है, इससे आम लोगों को कष्ट हो सकता है और ब्राह्मणों को भी कष्ट की आशंका है।

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क्या है उत्तरायणः मकर संक्रांति के दिन ही भगवान भास्कर दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं। इसलिए इसे उत्तरायण भी कहते हैं। इस पर्व को लेकर उत्तराखंड में बड़े पैमाने पर उत्तरायणी मेले का भी आयोजन होता है। आम तौर पर सर्दी में रात लंबी और दिन छोटा होता है, लेकिन मकर संक्रांति के दिन से रात छोटी और दिन बड़ा होने लगता है और सर्दी में उतार की शुरुआत हो जाती है।
मकर संक्रांति पर दानः ज्योतिषियों के मुताबिक मकर संक्रांति को काले तिल का उबटन लगाकर नदी में स्नान करना चाहिए। इसके अलावा तिल से बनी वस्तु, कंबल और वस्त्र आदि दान करना चाहिए।