6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Pitru Paksha 2022: 10 सितंबर से शुरू होंगे श्राद्ध, इस दौरान बिल्कुल न करें ये काम

Shradh 2022: इस साल शनिवार, 10 सितंबर 2022 से पितृ पक्ष की शुरुआत हो रही है। वहीं 25 सितंबर 2022 को सर्वपितृ अमावस्या पर पितृ पक्ष समाप्त होगा। शास्त्रों के अनुसार श्राद्ध पक्ष के दौरान कुछ काम करने की है मनाही है।  

less than 1 minute read
Google source verification
pitru paksha 2022, shradh paksha 2022, pitru paksha 2022 start date and time, pitru paksha 2022 start date and end date, सर्व पितृ अमावस्या 2022, shradh me kya nahi khana chahiye, shradh me kya nahi karna chahiye,

Pitru Paksha 2022: 10 सितंबर से शुरू होंगे श्राद्ध, इस दौरान बिल्कुल न करें ये काम

Pitru Paksha 2022: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पितृ पक्ष में अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति और पितृ दोष से मुक्ति के लिए पितरों के तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध का विधान है। माना जाता है कि पितृ पक्ष के समय हमारे पूर्वज स्वर्गलोक से धरती पर अपने परिजनों से मिलने आते हैं। इस साल पितृ या श्राद्ध पक्ष का प्रारंभ 10 सितंबर 2022 से होगा। वहीं 25 सितंबर 2022 को सर्व पितृ अमावस्या के दिन पितृ पक्ष समाप्त होगा। जहां पितरों को प्रसन्न होने से उनकी कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि आने की मान्यता है वहीं पितृपक्ष में कुछ कामों को करने की मनाही होती है। तो आइए जानते हैं पितृ पक्ष के दौरान क्या नहीं करना चाहिए...

पितृ पक्ष में ये काम न करें

शास्त्रों के अनुसार, पितृ पक्ष में चना दाल, खीरा, नमक, घिया, नमक, सरसों का साग जैसी चीजों का सेवन वर्जित माना गया है।

माना जाता है कि श्राद्ध पक्ष में आपके पितर आपसे मिलने के लिए किसी भी रूप में आपके घर आ सकते हैं। इसलिए ध्यान रखें कि अपने घर की चौकट पर आए किसी भी व्यक्ति अथवा पशु का न तो अपमान करें और न ही किसी को घर से भूखा लौटकर जाने दें। इसके अलावा घर में लड़ाई-झगड़ा आदि करने से भी पितृ नाराज हो सकते हैं।

वहीं शास्त्र के अनुसार पितृ पक्ष के दौरान नए वस्त्र और आभूषण खरीदने, बाल कटवाने, दाढ़ी बनवाने, कोई नया कार्य शुरू करने या किसी भी मांगलिक काम को करने की मनाही होती है।

साथ ही ध्यान रखें कि पितरों का तर्पण या श्राद्ध कभी भी तड़के सुबह, शाम को या रात्रि में नहीं करना चाहिए। यह काम हमेशा दिन में ही करना शुभ होता है।

यह भी पढ़ें: Ganesh Visarjan 2022: अनंत चतुर्दशी को होगा गणपति विसर्जन, जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और विधि