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कुंडली का ये योग बनाता है एक महिला को उच्चाधिकारी की पत्नी, शादी के बाद मिलते हैं सभी एशोआराम

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति की कुंडली के योगों के आधार पर उसके जीवन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातों को जाना जा सकता है। ऐसे में यदि एक महिला की कुंडली में राजयोग होता है तो इसका फल उसके पति को भी मिलता है।

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कुंडली का ये योग बनाता है एक महिला को उच्चाधिकारी की पत्नी, शादी के बाद मिलते हैं सभी एशोआराम

ज्योतिष शास्त्र में कुंडली के योगों को बहुत महत्व दिया गया है जिनके आधार पर एक व्यक्ति के भविष्य से जुड़े बातें जानी जा सकती हैं। ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक एक महिला के कुंडली के शुभ योगों का फल उसके पति को भी मिलता है। ऐसे में जिन महिलाओं की कुंडली में राजयोग होता है वे अपने करियर में तरक्की, उच्च पद और जीवन में खूब मान-सम्मान हासिल करती हैं। साथ ही कुछ ऐसे योग हैं जो अगर किसी महिला की कुंडली में हैं तो उसकी शादी एक उच्च पद पर आसीन या राजनीति में कार्यरत पुरुष से होती है और शादी के बाद वे महिलाएं अपने ससुराल में रानी बनकर रहती हैं। तो आइए जानते हैं उन योगों के बारे में...

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि जन्म लग्न में बृहस्पति, कुंडली के सप्तम भाव में चंद्रमा हो और दशम भाव में अपने वर्ग का शुक्र बैठा हुआ हो तो तो निश्चित ही ऐसी महिलाएं एक उच्च शासन अधिकारी की पत्नी बनती हैं तथा इन्हें स्वयं भी राजनीति में प्रतिष्ठित पद प्राप्त होता है।

इसके अलावा ज्योतिष अनुसार यदि प्रबल बृहस्पति पहले, चौथे, सातवें या दशवें भाव में बैठा हो और बलवान चंद्रमा बृहस्पति को देखे यानी की यदि गुरु और चंद्र प्रबल होकर केंद्र स्थानों में एक दूसरे से सप्तम राशि में बैठे हों तो बड़ा ही उत्तम राजयोग बनता है।

वहीं यदि किसी महिला की कुंडली के लग्न भाव में चंद्रमा बैठा हो, दसवें राज्यभाव में बुध हो और एकादश ग्यारहवें लाभ भाव में सूर्य उपस्थित हो तब भी उत्तम राजयोग का निर्माण होता है।

(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। patrika.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह ले लें।)

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