
26 दिसंबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण है। यह सूर्य ग्रहण भारत समेत कई देशों में दिखाई देगा। इसका प्रभाव हर क्षेत्र में हर जगह नजर आएगा। वहीं पंडित रमाकांत मिश्रा के अनुसार सूर्य ग्रहण के समय 6 ग्रह सूर्य, चन्द्रमा, गुरु, शनि और बुध की युति धनु राशि में केतु के साथ बनेगी। पंडित जी का कहना है कि इसके पहले सन् 1962 में ऐसी स्थिति बनी थी। जब पूर्ण सूर्य ग्रहण के समय मकर राशि में सभी 7 ग्रह केतु के साथ उपस्थित थे। इस साल भी यही स्थिति बन रही है। यह संयोग करीब 58 साल बाद फिर से बना है।
सूर्य ग्रहण की समयावधि
भारतीय समय के अनुसार 26 दिसंबर के ग्रहण का सूतक सुबह 8 बजे से आरंभ होकर दोपहर 1 बजकर 36 मिनट तक रहेगा। यह सूर्य ग्रहण भारत के सथा-साथ खाड़ी देशों अफगानिस्तान, पाकिस्तान, भारत, चीन और पूर्वी एशिया के बड़े हिस्से में दिखाई देगा।
इस महीने आ सकती है आपदायें
ग्रहण के समय धनु राशि में बुध की युति सूर्य और चन्द्रमा से हो रही है जिस कारण इसके अशुभ फल तुरंत दिखाई देंगे। इसका साथ ही सूर्य ग्रहण से एक दिन पहले मंगल राशि परिवर्तन करके वृश्चिक में प्रवेश करेंगे, जो कि जल-तत्व की राशि है। ऐसे में ग्रहण के 3 से 15 दिनों के अंदर प्राकृतिक आपदा जैसे भूकंप, सुनामी और खूब बर्फबारी होने की आशंका है।
Updated on:
26 Dec 2019 10:39 am
Published on:
18 Dec 2019 11:12 am
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