धर्म

शनिवार को ये काम शनि देव को दिला देते हैं गुस्सा, ध्यान रखें ये बात वरना नहीं सुधरेंगे हालात!

शनि को संचालित करने वाली देवी हैं मां काली...

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Jun 26, 2021
saturday the day of lord of justices

हिंदू धर्म में सप्ताह के हर दिन का day of lord कोई न कोई कारक देव माना जाता है। वहीं कई दिन ऐसे भी हैं, जिन्हें विभिन्न देवताओं या देवियों की पूजा God के लिए खास माना गया है।

इनमें जहां सोमवार को Monday- the day of lord shiv भगवान शिव तो वहीं मंगलवार को हनुमान जी व देवी दुर्गा, Wednesday the day of Shree Ganesh बुधवार को श्री गणेश, बृहस्पतिवार को श्री हरि विष्णु व माता सरस्वती, शुक्र को माता लक्ष्मी, संतोषी माता, शनिवार को शनिदेव, मां काली, हनुमान जी, बाबा भैरव और रविवार भगवान सूर्य के लिए प्रमुख माने गए हैं।

ऐसे में आज हम आपको शनिवार को lord of justicesन्याय के देवता शनि देव से जुड़ी कुछ खास बातों के बारे में बता रहे हैं। दरअसल Saturday the day of Shani dev शनिवार के कारक देवता शनिदेव हैं, वहीं यह दिन शनि को संचालित करने वाली देवी मां काली का भी है।

जबकि इस दिन हनुमान जी व बाबा भैरव की पूजा का भी विधान है, माना जाता है कि ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और जातक को side effects of saturn शनि के दुष्प्रभावों का असर नहीं होता है।

इस दिन के मुख्य कारक देव Saturn शनि होने के कारण शनि देव की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। एक ओर जहां इस दिन कुछ विशेष तरीकों से शनिदेव को प्रसन्न किया जाता है, वहीं इस दिन के लिए कुछ खास work prohibited कार्यों को वर्जित भी माना गया है।

इन वर्जित पदार्थों के संबंध में मान्यता है कि यदि इस दिन पर इन चीजों से परहेज नहीं किया जाता है तो शनिदेव नाराज हो जाते हैं।


Don't buy iron: लोहे का सामान न खरीदें
शनिवार के दिन किसी भी प्रकार के लोहे के सामान को खरीदना वर्जित माना गया है। कुल मिलाकर इस दिन लोहे से जुड़ी कोई भी वस्तु न तो लाएं, न ही उसे खरीदें, यानि यदि कहीं से ये चीज मुफ्त में भी मिल रही हो तो भी न लें।

माना जाता है कि शनिवार के दिन लोहे का सामान खरीदने से शनि नाराज हो जाते हैं। वहीं जिन लोगों पर शनि की साढ़े साती चल रही है, वह तो इससे दूर ही रहें, हां आप इस दिन लोहे का सामान दान जरूर कर सकते हैं।

लोहे के अलावा इस दिन चमड़ा,काले तिल,काला कपड़ा,तेल,कोयला,झाडू व स्याही को भी खरीदना या लाना वर्जित माना गया है।

Don't buy salt: नमक न लाएं
शनिवार को नमक लाने की भी मनाही हैं। मान्यता के अनुसार शनिवार को नमक खरीदने से कंगाली आती है। यहां तक की शनिवार के दिन नमक उधार तक नहीं लेना चाहिए।

Do not cut hair and nails: बाल व नाखुन का न कटें
शनिवार के दिन बाल और दाड़ी सहित नाखुन काटने पर भी मनाही है। शनिवार के दिन अत्यंत जरूरी होन के बावजूद भूल से भी दाड़ी या बाल नहीं काटने या कटवाने चाहिए। इसके साथ ही नाखून भी काटने से बचें, माना जाता है कि ऐसा करने से शन‍ि दोष लगता है।

Stay away from meat and alcohol: मांस मदिरा से दूर रहे
न्याय के देवता शनि के दिन शुद्ध सात्विक भोजन सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। इस दिन भूलकर भी मांस मदिरा का उपयोग नहीं करना चाहिए। वहीं इस दिन काली उड़द की खिचड़ी को भोजन में लेने से शनिदेव बेहद खुश हो जाते हैं, माना जाता है कि ऐसा करने से शनि की ग्रहदशा के दुष्प्रभाव भी दूर होते है।


worship peepal: पीपल की पूजा करें
मान्यता के अनुसार शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने से शनिदेव खुश होने के साथ ही आपना आशीर्वाद बरसाते है। दरअसल एक कथा के अनुसार शनि देव ने पिप्लाद ऋषि को वरदान दिया था कि जो भी जातक शनिवार के दिन पीपल को पूजेगा वे उसे कभी नहीं सताएंगे। इसी कारण शनिवार को पीपल के पेड़ को छूने के साथ ही इसकी पूजा भी की जाती है।

Donate these things: इन चीजों का करें दान
जिन लोगों को शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या लगने वाली है या चल रही है वे इसके दुष्प्रभाव से बचने के लिए शनिवार के दिन शनिदेव की गुड़ और चने के साथ पूजा करें, लेकिन उनका प्रसाद को स्वयं ना खाते हुए दूसरों में बांट दें। इसके अलावा शनि के गोचरकाल में काला जूता, काला कंबल, काले तिल, उड़द की दाल और खिचड़ी बांटें। माना जाता है कि इस चीजों का दान करने से शनि का प्रभाव कम होता है।

Name of Shri Shani dev: श्री शनिदेव के नाम
शनि देव को कोणस्थ, पिंगल, बभ्रु, रौद्रान्तक, यम, सौरि, शनैश्चर, मंद, पिप्पलाश्रय नाम से भी जाना जाता है।

मंत्र : ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः।, ऊँ शं शनैश्चाराय नमः।

1. सूर्यपुत्रो दीर्घदेहो विशालाक्षः शिवप्रियः
मंदचार प्रसन्नात्मा पीड़ां हरतु में शनिः।

2. नीलांजन समाभासं रवि पुत्रां यमाग्रजं।
छाया मार्तण्डसंभूतं तं नामामि शनैश्चरम्।।प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।

3. ओम शं शनैश्चराय नमः।

4. ओम शं शनैश्चराय नमः।
ध्वजिनी धामिनी चैव कंकाली कलहप्रिया।
कण्टकी कलही चाऽथ तुरंगी महिषी अजा।।
शं शनैश्चराय नमः।

5. ओम शं शनैश्चराय नमः।
कोणस्थ पिंगलो बभ्रु कृष्णौ रौद्रान्तको यमः।
सौरि शनैश्चरा मंद पिप्पलादेन संस्थितः।।
ओम शं शनैश्चराय नमः।

माना जाता है कि शनिवार के दिन काला तिल और गुड़ चीटों को खिलाने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं। वहीं इस दिन चमड़े के जूते चप्पल दान करने से भी शनिदेव मनोकामना पूरी करते हैं।

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