शिवरात्रि पर अद्भुत संयोगः मासिक शिवरात्रि भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित है। यह मासिक शिवरात्रि सोमवार को पड़ रही है, सोमवार भी भगवान चंद्रमौली की पूजा और व्रत का दिन है। इसलिए एक ही दिन भगवान चंद्रशेखर की पूजा के दो विशेष दिन पड़ रहे हैं, इस अद्भुत संयोग से यह तिथि बेहद खास हो गी है। इसके चलते इस मासिक शिवरात्रि व्रत का दोगुना फल मिलेगा और भगवान भक्त पर प्रसन्न होंगे।
चैत्र कृष्ण चतुर्दशी को बन रहे शुभ योग: चैत्र कृष्ण चतुर्दशी यानी शिवरात्रि के दिन कई विशेष योग बन रहे हैं। इनमें से एक है साध्य योग यह इस दिन 7.51 पीएम तक है।
अभिजीत मुहूर्तः 20 मार्च को यह शुभ मुहूर्त 11.47 एएम से 12.36 पीएम तक है।
अमृतकाल मुहूर्तः 4.41 पीएम से 6.07 पीएम ये भी पढ़ेंः Navratri 2023: इन रंगों के कपड़े पहन करें नवरात्रि पूजा, माता दुर्गा खुशियों से भर देंगी घर
1. सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर लें।
2. किसी मंदिर में शिव परिवार का दर्शन कर पूजा अर्चना करें।
3. रुद्राभिषेक करें, जल, शुद्ध घी, दूध, शक्कर, दही, शहद से करें।
4. भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा चढ़ाएं, धूप-दीप, फल-फूल से पूजा करें।
5. शिव पुराण, शिव स्तुति, शिव अष्टक, शिव चालीसा, शिव मंत्र का पाठ करें।
6. संध्या के समय फलाहार कर सकते हैं पर अन्न ग्रहण न करें।
7. मध्यरात्रि भगवान शिव की पूजा के बाद अगले दिन दान आदि के बाद व्रत खोलें।
1. मासिक शिवरात्रि में मध्य रात्रि पूजा के समय श्रीहनुमान चालीसा का पाठ करने से उपासक की आर्थिक परेशानी दूर होती है।
2. मासिक शिवरात्रि के दिन सफेद वस्तुओं के दान से घर में धन की कमी नहीं रहती है।
3. मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा से कर्जों से मुक्ति मिलती है।