सीएम हेल्पलाइन में पीएम से मांग रहे सहयोग- - सीएम हेल्पलाइन में फर्जी शिकायतों की बढ़ रही संख्या, इन्हें बंद कराना चुनौती
रीवा। सीएम हेल्पलाइन एक ओर जहां आम लोगों की समस्याओं के निराकरण का बड़ा माध्यम है, वहीं कुछ लोगों द्वारा फर्जी रूप से शिकायतें दर्ज कराकर संबंधित विभागों के लिए मुश्किलें खड़ी की जा रही हैं। हाल के दिनों में कई ऐसी शिकायतें आई हैं जिसमें लोगों ने सीएम से नहीं बल्कि पीएम(प्रधानमंत्री) से सहयोग मांगा है।
सीएम हेल्पलाइन में शिकायत तभी बंद होगी जब संबंधित समस्या का समाधान होगा अथवा शिकायतकर्ता उस कार्रवाई से संतुष्ट हो। करीब दर्जनभर से अधिक ऐसी शिकायतें चिन्हित की गई हैं जिसमें लोगों ने सीधे प्रधानमंत्री से सहायता मांगी है। सहायता भी ऐसी है कि जिसे स्थानीय प्रशासन पूरा कराने की गारंटी भी नहीं दे सकता। कोई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर बात करना चाहता है उनके साथ सेल्फी लेना चाहता है। तो वहीं कोई अपने क्षेत्र की समस्या और स्थानीय नेताओं से पीडि़त है।
इस कारण उसे विधानसभा चुनाव के लिए टिकट चाहिए ताकि वह राजनीति में आकर समस्याओं का समाधान कर सके। कुछ शिकायत करने वाले ऐसे हैं जिनको सरकार की योजनाओं का क्रियान्वयन सही तरीके से नहीं होने का दर्द है।
वह चाहते हैं कि प्रधानमंत्री विशेष टीम जांच करने के लिए उनके गांव और क्षेत्र में भेजें ताकि समस्याओं का सही तरीके से निदान हो सके। इसके अलावा अन्य कई अनावश्यक रूप से शिकायतें सीएम हेल्पलाइन में दर्ज कराई जा रही हैं। जिसमें किसी को कंपनियों में रोजगार चाहिए तो किसी की भूमि का विवाद सुलझाना है और किसी को पुलिस से मुकदमे समाप्त कराना है।
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हर महीने शिकायतों में रीवा ही आगे
सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों में रीवा जिला हर महीने आगे रहता है। इंदौर, भोपाल जैसे बड़े जिलों की तुलना में रीवा ही सबसे अधिक शिकायतों को लेकर चर्चित रहा है। बताया जाता है कि यहीं से अनावश्यक शिकायतें भी सबसे अधिक की जा रही हैं। जिसको लेकर पूर्व में कई शिकायतकर्ताओं को हिदायत भी दी गई थी। इसके बावजूद फर्जी शिकायतों की संख्या कम नहीं हो रही है।
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केस-1- शिकायत नंबर-
आपका समर्थक हूं, साथ में सेल्फी लेना है
त्योंथर क्षेत्र के नौबस्ता गांव के रहने वाले जनेन्द्र मिश्रा ने प्रधानमंत्री को संबोधित शिकायत दर्ज कराई है कि उनके क्षेत्र में समस्याओं का अंबार है। कहा है कि मैं आपका बड़ा समर्थक हूं और चुनाव में आपके लिए काम किया है। आपसे मिलकर बात करना चाहता हूं और साथ में सेल्फी लेना चाहता हूं। एसडीएम कार्यालय ने फोन पर पूछा तो कहा है कि उनका मोबाइल लेकर किसी ने शरारत की है। इसलिए वह चाहते हैं कि नंबर बंद कर दिया जाए।
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केस- 2- शिकायत नंबर-
मैं नेतागिरी करना चाहता हूं
विनोद मिश्रा नाम के व्यक्ति ने अपनी शिकायत में कहा है कि मैं मऊगंज विधानसभा क्षेत्र से आता हूं। यहां हिन्दुस्तान की हर सरकारी योजना फेल है। मैं बीमा कंपनी का प्रतिनिधि हूं। इस बार क्षेत्रीय व्यक्ति को टिकट दें, किसी पैसे वाले को नहीं। मैं गरीब हूं नेतागिरी करना चाहता हूं,इसलिए सच्चे सेवक को टिकट दिलवाइए। क्षेत्र का विकास प्रमाणित करके दिखाऊंगा। इस शिकायत का अभी तक निराकरण नहीं हुआ है। अधिकारी असमंजस में हैं।
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केस-3- शिकायत नंबर-
प्रधानमंत्री जी जांच टीम भेजिए
रायपुर कर्चुलियान क्षेत्र के नर्रहा गांव के विनोद मिश्रा ने अपनी शिकायत में कहा है कि प्रधानमंत्री जी आप हम गरीबों के लिए बहुत कुछ कर रहे हैं लेकिन आपको यह भी पता कराना चाहिए कि योजनाओं का लाभ गरीबों को मिल रहा है या फिर नहीं। आपकी सहायता योजना का लाभ २० प्रतिशत ही गरीबों को मिलता है। बाकी सब नौकरी और कोठी वाले खा जाते हैं। इसलिए विशेष जांच टीम भेजिए जो जांच करे।
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सीएम हेल्पलाइन त्वरित सेवा का बेहतर माध्यम है। इसमें आने वाली शिकायतों को तीन तरह से बंद किया जाता है। संतुष्टि, कार्रवाई पहले से चल रही हो और बिना लॉजिक वाली शिकायतें फोर्स क्लोज की जाती हैं। योजना की गंभीरता के हिसाब से शिकायतें करना चाहिए, इस तरह की अनावश्यक शिकायतों से समय की बरबादी होती है। कुछ मामले आए हैं, उनकी जांच करा रहे हैं।
मनोज पुष्प, कलेक्टर रीवा
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