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एमपी में रिश्वत लेते पकड़ाया राजस्व निरीक्षक, लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई

mp news: जमीन के सीमांकन के एवज में रिश्वत मांग रहा था राजस्व निरीक्षक, लोकायुक्त टीम ने रंगेहाथों पकड़ा।

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lokayukta caught Revenue Inspector taking bribe Rs 3000 (फोटो सोर्स- पत्रिका)

mp news: मध्यप्रदेश में रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है। लगभग हर दूसरे दिन कहीं न कहीं लोकायुक्त रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ रही है लेकिन इसके बावजूद रिश्वतखोर बाज आते नजर नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला मध्यप्रदेश के रीवा का है जहां सीमांकन के नाम पर आवेदक से रिश्वत मांगने वाले राजस्व निरीक्षक को रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त की टीम ने रंगेहाथों पकड़ा है।

सीमांकन के नाम पर मांग रहा था रिश्वत

रीवा जिले के शाहपुर सर्किल के राजस्व निरीक्षक रामविश्वास कोल को रीवा लोकायुक्त की टीम ने 3 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा है। रिश्वतखोर राजस्व निरीक्षक रामविश्वास कोल के खिलाफ बीड़ा (सेमरिया) गांव के रहने वाले आवेदक आवेदक इन्द्रमणि प्रसाद शुक्ला ने 16 दिसंबर को रीवा लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया था कि उन्होंने अपनी भूमि के सीमांकन के लिए तहसील सेमरिया में आवेदन किया था। इस संबंध में जब वे सर्किल शाहपुर के राजस्व निरीक्षक रामविश्वास कोल से मिले, तो सीमांकन कार्य करने के एवज में उनसे 5 हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई।

दूसरी किस्त लेते पकड़ाया राजस्व निरीक्षक

आवेदक इंद्रमणि प्रसाद शुक्ला ने बताया कि सीमांकन निरस्त होने के डर से उसने चार दिन पहले 2 हजार रुपए राजस्व निरीक्षक रामविश्वास कोल को दिए थे। इसके बाद 3 हजार और रुपए की मांग की गई। लोकायुक्त टीम ने शिकायत की जांच की और शिकायत सही पाए जाने पर जाल बिछाकर रिश्वत की रकम देकर आवेदक को रिश्वतखोर राजस्व निरीक्षक के पास भेजा। ग्राम बरौं में मोतीलाल साकेत के घर के सामने राजस्व निरीक्षक रामविश्वास कोल ने जैसे ही आवेदक से रिश्वत के रूपये लिए तो लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगेहाथों धरदबोचा। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधन अधिनियम 2018) की धारा 7 के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। ट्रैप कार्रवाई का नेतृत्व निरीक्षक एसराम मरावी ने किया।