
After Dengue, Zika virus can knock in the city
सागर. शहर में डेंगू के साथ अब जीका वायरस का भी खतरा मंडराने लगा है। दअरसल एडीज मच्छरों के जीका वायरस से संक्रमित होने के कारण ही डेंगू और चिकनगुनिया की बीमारी बढ़ती है। साफ है कि डेंगू का प्रकोप इस वायरस के फैलने से बढ़ रहा है। सीएमएचओ ने इस वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया है। डेंगू और जीका वायरस से निपटने के लिए लार्वा सर्वे और फॉगिंग की जाती है, लेकिन दोनों मामलों में मलेरिया विभाग के पास पुख्ता इंतजाम नहीं है। चिकित्सकों की माने तो संक्रमित एडीज मच्छरों से सबसे ज्यादा खतरा गर्भवती महिलाओं को होता है। गर्भ ठहरने के दो तीन महीने में महिला इससे संक्रमित होती है, तो उसके गर्भ में पल रहे शिशु के मस्तिष्क का विकास प्रभावित होता है। इससे प्रभावित बच्चे का आकार छोटा और दिमाग अविकसित हो सकता है। यह शरीर के अंगों पर हमला करता है और लोग लकवे का शिकार हो सकते हैं। खासबात यह है कि जीका वायरस वाला मच्छर सुबह और शाम कासे ज्यादा सक्रिय होता है।
केस-1
पिछले साल गुजराती बाजार में रहने वाली २२ महीने की बच्ची जीका वायरस की चपेट में आई थी। हालत गंभीर होने पर बच्ची को उपचार के लिए भोपाल में भर्ती कराया गया था। इस दौरान सीएमएचओ के निर्देश पर गुजराती बाजार के अलावा आसपास के ४ अन्य वार्डों में सर्वे कराया गया था। हालांकि उपचार के बाद बच्ची स्वस्थ्य हो गई थी।
केस-2
पिछले साल ही दूसरा मामला राहतगढ़ में सामने आया था। यहां मुस्लिम समाज की दस साल की बच्ची में जीका वायरस होने की पुष्टी हुई थी। समय पर परिजनों द्वारा बच्ची का उपचार कराया गया था। इस वजह से बच्ची की जान बच गई थी। दो मामले सामने आने से जिले में अलर्ट जारी किया गया था।
यह हैं लक्षण
ज्वाइंट पेन, आंखें लाल होना, उल्टी आना, बेचैनी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। मरीजों को बेड रेस्ट लेना चाहिए।
बचाव के लिए यह करें उपाए
घर में मच्छर न पनपने दें, मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। जो महिलाएं लंबी यात्रा से लौटी हैं, खासतौर से उन जगहों से जहां वायरस फैला है, वो अगले आठ सप्ताह तक गर्भधारण करने से बचें। घर की खिड़कियों और दरवाजों पर जाली जरूर लगवाएं। जाली वाले दरवाजे हमेशा बंद रखें। अगर आपको डायबिटीज, हाइपरटेंशन, इम्यूनिटी डिसऑर्डर जैसी दिक्कते हैं तो यात्रा करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। यात्रा से आने के दो सप्ताह के अंदर आपको हल्का बुखार होता है तो भी डॉक्टर से मिले।
जीका वायरस की आशंका बढ़ गई है। डेंगू पर यदि अंकुश लग जाता है तो खतरा नहीं रहेगा, लेकिन यदि एेसा नहीं हुआ तो जीका वायरस के मरीज भी मिल सकते हैं। दोनों बीमारियां मच्छरों के काटने से ही होती हैं। फॉगिंग पूरे शहर में होना जरूरी है।
साजिया तब्बसुम, मलेरिया अधिकारी
Published on:
18 Nov 2019 09:20 am
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