
Benefits of crops by rain
बीना. लंबे समय से तेज बारिश न होने के कारण सोयाबीन, उड़द की फसलें सूखने लगी थी और किसान आसमान पर टकटकी लगाए हुए बैठे थे। गुरुवार की दोपहर हुई जोरदार बारिश से सूखती फसलों को नया जीवन दे दिया। साथ ही लोगों को गर्मी, उमस से राहत मिली।
गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे से शुरू हुई बारिश करीब डेढ़ घंटे तक जारी रही। इस बारिश से फसलों को अमृत मिल गया और किसानों के चेहरे खिल गए। बारिश न होने के कारण दोपहर में फसलें मुरझाने लगी थीं और कुछ किसानों की फसलें तो सूखने लगी थीं। किसान कई दिनों से बारिश की उम्मीद लगाकर बैठे थे। दोपहर में हुई बारिश से अब फसलों को नुकसान नहीं होगा। साथ ही किसान नीदानाशक दवाओं का छिड़काव भी कर सकेंगे। गुरुवार की शाम को भी आसमान पर बादल छाए रहे, जिससे रात में भी बारिश होने की उम्मीद है। गौरतलब है कि पिछले वर्षों के अनुसार इस वर्ष जुलाई माह में अभी तक सबसे कम बारिश दर्ज हुई है। जुलाई माह में 24 जुलाई तक 190 एमएम बारिश ही दर्ज की गई है जो बहुत कम है।
गर्मी, उमस से मिली राहत
बारिश न होने के कारण श्रावण मास में लोगों को मई, जून जैसी गर्मी सता रही थी। साथ ही उमस ने लोगों का घर में रहना मुश्किल कर दिया था। बारिश के बाद अब लोगों को गर्मी, उमस से राहत मिली है। तेज गर्मी के कारण बीमारियां भी फैलने लगी थीं।
Published on:
26 Jul 2019 10:15 am
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