
Bundelkhand Medical College
सागर. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (बीएमसी) के मैनगेट के सामने फिर से ऑटो चालकों की मनमानी शुरू हो गई है। कुछ महीने पहले इन ऑटो चालकों पर अंकुश लगाने के लिए एक व्यवस्था शुरू की गई थी।
इसके तहत बीएमसी की बाउंड्रीबॉल से सटकर दोनों ओर ऑटो खड़े कर बारी-बारी से सवारी बैठाने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन यह समझाइश कुछ दिन ही चल पाई और वापस व्यवस्था चौपट हो गई है। पूर्व में एक ऑटो चालक ने सुरक्षा गार्ड पर चाकू से हमला किया था। इस घटना के बाद ट्राफिक पुलिस ने इस व्यवस्था को लागू किया था। लेकिन अब यह व्यवस्था फिर से मरीजों के लिए सिरदर्द बन चुकी है। आए दिन ऑटो चालक और सुरक्षा गार्डों के बीच विवाद भी होने लगे हैं। गेट के सामने ऑटो खड़े होने पर सुरक्षा गार्ड चालक को वाहन हटाने का दबाव बनाता है। इस पर दोनों के बीच बहस शुरू हो जाती है। सुरक्षा सुपरवाइजरों को प्रबंध द्वारा भी निर्देश दिए गए है कि वे ऑटो चालकों को मैनगेट के सामने से हटाएं और परिसर में दाखिले होने वाले ऑटो चालक को मरीज छोडऩे के तुरंत बाद वापस बाहर किया जाए। यह व्यवस्था भी नहीं बन पा रही है।
सवारी बिठने को लेकर आए दिन हो रहे विवाद
व्यवस्थित ऑटो खड़े न होने से स्टाफ को भी काफी परेशानी होती है। मैन रोड चालू होने से जहां एक ओर हैवी ट्रैफिक होता है, वहीं, सड़कों पर अस्त-व्यस्त तरीके से ऑटो खड़े होने से जाम की स्थिति बन रही है। परिसर में रहने वाले डॉक्टरों को भी अपने वाहन मैन गेट से बाहर निकालने में परेशानी उठानी पड़ती है।
देखा जाए तो ऑटो की संख्या लगातार बढ़ रही है और सवारी बैठाने के लिए प्रतिदिन विवाद भी हो रहे हैं। ऑटो चालकों के बीच सवारी बिठाने को लेकर होड़ लगी रहती है, जिस कारण उनके बीच आए दिन विवाद भी होते रहते हैं। बीएमसी के सामने वाला मार्ग शहर के व्यस्तम मार्गों में से एक है, लेकिन यहां यातायात पुलिस का प्वॉइंट भी नहीं है।
Published on:
16 Sept 2019 12:39 pm
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