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डॉ. हरिसिंह गौर विवि में पढक़र लाखों विद्यार्थियों ने ज्ञान का प्रकाश चारों ओर फैलाया : सांसद

अभिमंच सभागार में शिक्षक दिवस पर्व का आयोजन सागर . डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर विश्वविद्यालय के अभिमंच सभागार में शिक्षक दिवस पर्व का आयोजन हुआ। मुख्यअतिथि सांसद डॉ. लता वानखेड़े ने कहा कि शिक्षक दिवस एक तरह से आभार दिवस है, जिसमें गुरुओं के प्रति आभार प्रकट किया […]

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सागर

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Nitin Sadaphal

Sep 05, 2025

अभिमंच सभागार में शिक्षक दिवस पर्व का आयोजन

सागर . डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर विश्वविद्यालय के अभिमंच सभागार में शिक्षक दिवस पर्व का आयोजन हुआ। मुख्यअतिथि सांसद डॉ. लता वानखेड़े ने कहा कि शिक्षक दिवस एक तरह से आभार दिवस है, जिसमें गुरुओं के प्रति आभार प्रकट किया जाता है। उन्होंने कहा कि मैंने इसी विश्वविद्यालय से शिक्षा पाई है। डॉ. गौर ने बुंदेलखंड में इस विश्वविद्यालय की स्थापना कर शिक्षा का दीप जलाया था। यहां पढक़र लाखों विद्यार्थियों ने ज्ञान का प्रकाश चारों ओर फैलाया है। हम अपने संस्थापक के प्रति नत मस्तक हैं । देश के लिए शोध एवं अनुसंधान के महत्त्व केंद्र के रूप में यह विश्वविद्यालय और प्रगति करे।

विशेष अतिथि विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि शिक्षकों पर समाज निर्माण का दायित्व हमेशा रहता है। शिक्षक कभी रिटायर नहीं होता। उसकी भूमिका और सक्रियता की आजीवन आवश्यकता समाज में बनी रहती है । हमारा कर्तव्य है कि हम डॉ. गौर के इस विश्वविद्यालय को और अधिक आलोकित करें। उन्होंने सभी शिक्षकों को शुभकामनाएं दीं। कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि एक शिक्षक के रूप में जब किसी को सेवा करने का अवसर मिलता है तब वह उसके जीवन में एक रूपांतरण लेकर आता है। उसके पहले वह विद्यार्थी और शोधार्थी की भूमिका में होता है। शिक्षक बनने के बाद एक नए दायित्व का बोध होता है और इस दायित्व बोध के साथ कार्य करने की जिम्मेदारी शिक्षक पर होती है।

कुलाधिपति कन्हैयालाल बेरवाल ने कहा कि आज के समय में शिक्षकों और छात्रों के बीच दूरियां बढ़ गई हैं । कक्षाओं में विद्यार्थियों का आना आने वाले समय के लिए शुभ संकेत नहीं है। अब शिक्षकों को विद्यार्थियों तक भी पहुंचना होगा। उन्हें कक्षाओं में आने के लिए प्रेरित करना होगा। पात्र विद्यार्थियों को खोजना भी शिक्षक की जिम्मेदारी है। शिक्षक समाज के अंतिम जन के बेहतर जीवन के लिए प्रयास करें, ऐसी उम्मीद शिक्षकों से है ।

नवनिर्मित सरोजिनी नायडू भवन का लोकार्पण

इस अवसर पर विश्वविद्यालय में अंग्रेजी एवं यूरोपियन भाषा विभाग के नवीन नवनिर्मित भवन सरोजनी नायडू का लोकार्पण किया गया। साथ ही इस अवसर पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर केंद्रित 12 संपादित पुस्तकों का विमोचन किया गया। पुस्तकों का सम्पादन विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षकों द्वारा किया गया है ।

निवर्तमान शिक्षकों का सम्मान

विश्वविद्यालय के पिछले अकादमिक सत्र के निवर्तमान शिक्षकों का मंच पर कुलपति द्वारा सम्मान किया गया । निवर्तमान शिक्षकों में प्रो. पीके कथल, प्रो. एपी मिश्रा, प्रो. जेके जैन, प्रो. जीएल पुणताम्बेकर, प्रो. एच थॉमस, प्रो. एडी शर्मा, प्रो. एपी त्रिपाठी थे। जिनमें से उपस्थित शिक्षकों का सम्मान किया गया।

बस को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना, कुलपति ने की वैली कैम्पस तक की यात्रा

विश्वविद्यालय में नई बस सेवा की शुरुआत मुख्य अतिथि सागर लोक सभा सांसद डॉ. लता वानखेड़े, विशिष्ट अतिथि सागर विधायक शैलेंद्र जैन, विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कन्हैयालाल बेरवाल, विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता द्वारा हरी झंडी दिखा कर की गई। कुलपति ने विवि के शिक्षकों एवं अधिकारियों के साथ वैली कैम्पस तक यात्रा की। यह बस विद्यार्थियों के लिए नि:शुल्क रहेगी, जो सुबह 8.30 बजे गौर भवन से वैली कैम्पस एवं विश्वविद्यालय परिसर में संचालित होगी।