सीएमओ पर अमृत योजना 2.0 में भारी अनयमितताएं बरतने, बिना कारण टेंडर निरस्त करने का आरोप
नगर पालिका अध्यक्ष की शिकायत के बाद कलेक्टर के आदेश पर जांच टीम हुई गठित


बीना. नगर पालिका अध्यक्ष लता सकवार ने मुख्यमंत्री और कलेक्टर से मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा विकास कार्य और जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियांवयन में घोर लापरवाही बरतने का उल्लेख किया था। कलेक्टर के आदेश पर विजय डहरिया ने इस मामले की जांच कराने के लिए टीम गठित की है।
अध्यक्ष ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी आरपी जगनेरिया पर प्रधानमंत्री की महत्वपूर्ण योजना अमृत योजना 2.0 में भारी अनियमितताएं बरतने, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में भारी लापरवाही बरतने, शासकीय योजनाओं का प्रचार-प्रसार न होने से हितग्राहियों के परेशान होने, शहर के महत्वपूर्ण विकास कार्य नाली, सड़क निर्माण के लिए जारी हुए पांच करोड़ के टेंडर को मनमाने तरीके से निरस्त करने, वन नेशन वन इलेक्शन का प्रस्ताव सदन में नहीं रखने और एजेंडा में शामिल न करने सहित नगर पालिका परिषद का कार्य क्षेत्र विस्तृत है, लेकिन सीएमओ का मूल पद उप राजस्व निरीक्षक का है, जिससे उन्हें कोई अनुभव नहीं है। साथ ही अध्यक्ष और परिषद से कोई समन्वय नहीं है, जिससे जनप्रतिनिधियों की छवि धूमिल हो रही है। इस शिकायत के बाद एसडीएम ने बिन्दुवार जांच करने के लिए टीम गठित की है, जिसमें तहसीलदार अंबर पंथी, सहायक यंत्री जनपद पंचायत टीआर निगम, लोक निर्माण विभाग उपयंत्री केके अग्रवाल, राजस्व निरीक्षक प्रीतम ठाकुर आदि शामिल हैं। टीम को सात दिनों के अंदर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करना है।
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