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ट्रेन में गंदगी होने की लगातार आ रहीं शिकायतें, संक्रमण के खतरे के बीच सफाई जरूरी

नहीं दिया जा रहा ध्यान

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सागर

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Anuj Hazari

Mar 13, 2021

Constant complaints of getting dirt on the train, cleanliness is necessary amidst danger of infection

Constant complaints of getting dirt on the train, cleanliness is necessary amidst danger of infection

बीना. इन दिनों प्रदेश व देशभर में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और रोजाना आंकड़ों में बढ़ोत्तरी हो रही है। इसके बाद भी ट्रेनों में सफाई नहीं हो रही है। सफाई और सैनिटाइज नहीं होने से लोगों को कोरोना का डर सता रहा है। पिछले सात दिन में भोपाल मंडल को ट्रेनों में गंदगी व पानी खत्म होने के संबंध में करीब 40 से अधिक शिकायत मिली हैं। हालांकि शिकायत के बाद अधिकारी ट्रेनों में सफाई करा देते हंै, लेकिन इसके पहले यात्रियों को घंटों तक गंदगी के बीच सफर करना पड़ा। गौरतलब है कि रेलवे ने कोच के अंदर बैठने वाले यात्रियों की सुरक्षा भगवान भरोसे छोड़ दी है। चलती ट्रेन में कोच की सफाई नहीं होने से यात्री परेशान हैं। स्टेशन से रवाना होने वाली कई ट्रेनों में सफाई नहीं होती है। हालात यह हैं कि 24 में से 14 घंटे का सफर यात्री गंदे कोच में बैठकर और बदबू आने वाली बाथरूम का उपयोग करने मजबूर हैं।
पमरे जोन की ट्रेनों में ओबीएचएस सुविधा बंद
रेलवे ने चलती ट्रेन में कोचों की सफाई के लिए ऑन बोर्ड हाउस कीपिंग (ओबीएचएस) की व्यवस्था लागू की। पश्चिम मध्य रेलवे व भोपाल मंडल के विभिन्न स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों की सफाई के लिए करोड़ों का ठेका भी किया गया। रेलवे का दावा था कि चलती ट्रेन में कोचों की सफाई होगी। इतना ही नहीं यात्रियों द्वारा शिकायत करने पर 30 मिनट के भीतर ही सफाई से जुड़ी समस्या का समाधान किया जाएगा, लेकिन वर्तमान में कोचों की सफाई व्यवस्था बिगड़ गई है। यात्रियों को घंटों परेशान होना पड़ा है। इसको लेकर कई यात्री सोशल मीडिया पर रेल मंत्री से लेकर रेलवे बोर्ड स्तर पर गुहार लगा रहे है।
जंक्शन से जाने वाली ट्रेनों का हाल
गोंडवाना, झेलम एक्सप्रेस, सोमनाथ, रेवांचल ट्रेन में ओबीएचएस सुविधा बंद है। यात्रियों का कहना है कि प्रारंभिक स्टेशन से ट्रेन रवाना होने के बाद अंतिम स्टेशन तक कोच-बाथरूम साफ नहीं किए जाते हैं। कोच की सीटों के नीचे और बाथरूम गंदगी से भर जाते हैं। सथ ही बाथरूम में पानी तक नहीं रहता।
किराया पूरा, सुरक्षा का जिम्मा खुद पर
रेल यात्री नितिनकांत द्विवेदी ने बताया कि रेलवे कोच की सफाई की राशि भी रिजर्वेशन टिकट में जोड़कर किराया तय करता है। सफाई बंद है तो किराया कम करने के बजाय और बढ़ा दिया गया है। ट्रेनों को साधारण से स्पेशल बनाकर चलाया जा रहा है। इससे किराया 15 फीसदी से ज्यादा तक बढ़ गया है। टे्रन नंबर 01077 पुणे-जम्मूतवी स्पेशल एक्सप्रेस में गंदी होने पर यात्रियों ने शिकायत की। लेकिन इसके बाद भी सफाई नहीं हुई। इसके चलते सफर में यात्री गंदी से परेशान होते रहे।
बेहतर सुविधा देने की कोशिश
रेलवे की ओर हमेशा यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा देने की कोशिश रहती है। ट्रेनों में गंदगी को लेकर शिकायत पर भी सुधार किया जाएगा, जिससे यात्रियों को सफर के दौरान परेशान न होना पड़े।
राहुल जयपुरिया, सीपीआरओ पमरे