हर माह 200 क्विंटल से ज्यादा कोयला चोरी
शहर व मकरोनिया से गुजरने वाले रेलवे ट्रैक के आसपास 24 घंटे कोयला चोर सक्रिय रहते हैं। इसमें बुजुर्ग व बच्चों से लेकर महिलाएं तक शामिल हैं। मकरोनिया से लेकर रतौना तक की बात करें तो यहां हर रोज कम से कम 7-8 क्विंटल कोयला चोरी होता है, इस हिसाब से देखें तो आरपीएफ की नजरों के सामने हर माह 150 से 200 क्विंटल कोयला चोरी हो रहा है। ट्रैक के आसपास बसी बस्तियों में रहने वाले कई लोग तो इसी चोरी के दम अपना परिवार चला रहे हैं। बताया जा रहा है कि चोर इस कोयले को शहर की होटलों और ईंट भट्टा लगाने वालों को सप्लाई करते हैं।
रविवार को हुई बड़ी वारदात
रविवार दोपहर आरपीएफ उपनिरीक्षक दीपचंद पुत्र करण सिंह व बदन सिंह पुत्र रामधन मीणा पर कोयला चोरों ने रास्ता रोक हमला किया और बाइक में आग लगा दी थी। वर्दीधारी उपनिरीक्षकों पर हमला करने वालों में स्टेशन के पास स्थित टपरियों की रहने वाली महिलाएं भी शामिल थीं। पुलिस ने टपरिया निवासी बिट्टी उर्फ रेशमा पुत्री सराफत खान 27 साल, कंची उर्फ कंचन पत्नी मुकेश सौर, मुक्कु उर्फ मुकेश पुत्र बसंत सौर 49 साल व राजीव गांधी पार्क के पीछे रहने वाला सेवक नाम सहित 6-7 अन्य पर प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया है।कुछ संदिग्ध पकड़े हैं
आरपीएफ उपनिरीक्षकों से मारपीट के मामले में पुलिस ने कुछ संदिग्धों को अभिरक्षा में लिया है। घटना के संबंध में उनसे पूछताछ चल रही है। कुछ आरोपी अभी गिरफ्त से बाहर है, उनकी तलाशी के लिए टीमें भी लगाई हैं।- विजय सिंह राजपूत, थाना प्रभारी, कैंट