राजा रामचंद्र की निकली बारात, ढोल नगाड़ों पर झूमे बाराती
खामखेड़ा गांव में चल रहे श्रीराम जानकी रमण मंदिर में राम दरबार स्थापना महोत्सव में जयपुर से लाई गईं भगवान श्रीराम, जानकी, लक्ष्मण और हनुमानजी की प्रतिमा की स्थापना की गई।
खामखेड़ा गांव में चल रहे श्रीराम जानकी रमण मंदिर में राम दरबार स्थापना महोत्सव में जयपुर से लाई गईं भगवान श्रीराम, जानकी, लक्ष्मण और हनुमानजी की प्रतिमा की स्थापना की गई। इस 9 दिवसीय महोत्सव में शनिवार रात भगवान श्रीराम की बारात निकाली गई। भगवान की बारात की तैयारियों में पूरा गांव जुटा रहा। रात में गांव के पास नेगुवां माता मंदिर से बारात की शुरूआत हुई। करीब एक किमी लंबी बारात में डीजे, ढोल नगाड़े, कार, ट्रैक्टर समेत गाडिय़ां शामिल हुईं। जिसके बाद राजा रामचंद्र घोड़े पर सवार होकर बारात लेकर आगे बढ़े। दूल्हा बने भगवान श्रीराम के दर्शन करने के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा। चारों तरफ जय श्रीराम के जयघोष गूंज रहे थे। ढोल-नगाड़ों की धुन पर जहां युवा झूम रहे थे तो वहीं आतिशबाजी से आसमान सतरंगी हो रहा था। बारात के पीछे महिलाएं भजन गाते हुए चल रहीं थीं। इस दौरान पूरा गांव राममय नजर आया। गांव के मुख्य मार्गों से होते हुए बारात मंदिर पहुंची, जहां जयमाला कार्यक्रम हुआ। रविवार को मंत्रोच्चार के साथ विधि-विधान से भगवान की प्राण प्रतिष्ठा की गई, जिसमें सैकड़ों की संख्या में भक्त शामिल हुए।
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