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सी विजल एप ने कह दी एेसी बात कि मतदाता चिंता में पड़ गए, जानिए सच

चुनाव आयोग का एप डाउनलोड तो हुआ लेकिन आगे नहीं कर रहा काम

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Booth management training camp

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शिकायतकर्ता नहीं कर रहे आचार संहिता के उल्लंघन संबंधी शिकायतें
सागर. भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव २०१८ के लिए आमजन की शिकायतें प्राप्त करने के लिए बनाया गया 'सी-विजिल एपÓ फिलहाल प्रदेश में काम नहीं करेगा। प्रदेश में आचार संहिता लग चुकी है और चुनाव की तारीख भी घोषित हो गई हो, लेकिन चुनाव आयोग के इस एप का लाभ अभी भी लोगों को नहीं मिल सकेगा। आचार संहिता के उल्लंघन संबंधी शिकायतों को चुनाव आयोग तक पहुंचाने के लिए शहर के जिन लोगों ने इस एप को डाउनलोड किया है उनको अभी सी-विजिल एप पर अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए इंतजार करना होगा। एप प्रत्याशियों के नाम घोषित होने के बाद ही काम करेगा। सिविल लाइन निवासी दीपक राजपूत ने बताया कि उन्हें आचार संहिता उल्लंघन संबंधी शिकायत दर्ज करनी थी, जो उन्होंने सी-विजिल एप डाउनलोड किया। इसके बाद जैसे ही एप आेपन किया तो उस पर एक मैसेज आया कि आपके डिवाइस के क्षेत्र में कोई निर्वाचन नहीं है। यदि आपके राज्य में कोई चुना है, तो एेप अधिक सूचना की तारीख पर उपलब्ध होगा। जबकि प्रदेश में २८ नवंबर मतदान की तारीख ६ अक्टूबर को घोषित हो चुकी है।
जिला कांग्रेस के मीडिया समन्वयक वीरेंद्र गौर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेंद्र सुहाने, कमलेश बघेल, अंकू चौरसिया समेत अन्य ने आरोप लगाए कि पूरे जिले में अब भी पानी के टैंकर भाजपा के रंग में रंगे हुए हैं। दीवारों पर जगह-जगह फूल व भाजपा नेताओं के नाम लिखे हैं। निर्माण कार्यों में सांसद, विधायकों व अन्य नेताओं के फोटो लगे हैं जो तत्काल प्रभाव से हटाए जाने चाहिए।
यह है एप के उद्देश्य
आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के संबंध में आम नागरिक से शिकायत प्राप्त करने यह सुविधा उपलब्ध कराई है। निर्वाचन कार्य से जुडे़ सभी अधिकारी-कर्मचारियों को एप के बारे में प्रशिक्षण दिया जा चुका है, अधिकारी एप को डाउनलोड कर जीपीएस ऑन रखेंगे, ताकि शिकायतों का त्वरित निराकरण हो।
यह शिकायतें भी हो सकेंगी एप पर
ठ्ठकिसी व्यक्ति, उम्मीदवार या दल द्वारा नकद राशि, शराब व सामग्री बांटना। ठ्ठमतदाताओं को धमकाने। ठ्ठपोस्टर, होर्डिंग्स, बैनर के संबंध में। शिकायतों में ठ्ठगंभीर अनियमितता पर एफआइआर हो सकती है।
एप को लेकर प्रशिक्षण हो चुका है, लेकिन यह प्रत्याशियों के नाम घोषित होने के बाद ही काम करना शुरू करेगा। यदि किसी को अभी कोई शिकायत करनी है तो वह चुनाव आयोग की वेबसाइट या एनजीएस पोर्टल पर कर सकता है।
आलोक कुमार सिंह, कलेक्टर