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टीआरडी ऑफिस में ताला डाल कर्मचारियों ने एसएसइ के खिलाफ किया प्रदर्शन

कहा काम कराने का नहीं अनुभव, कराते हैं गलत काम, रेलवे यूनियन के हस्तक्षेप के बाद बदला अधिकारी को

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Employees locked the TRD office and protested against SSE

प्रदर्शन करते हुए कर्मचारी

बीना. रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को उस समय बीना से लेकर भोपाल तक हड़कंप मच गया जब टीआरडी ऑफिस में पदस्थ कर्मचारियों ने ऑफिस गेट पर ताला डालकर एसएसइ टीआरडी (ट्रैक्शन डिस्ट्रीब्यूशन) राहुल गोयल के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया।
कर्मचारियों ने इसकी शिकायत सीनियर डीइइ टीआरडी भोपाल से भी की है। प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों ने कहा कि एसएसइ गोयल स्टाफ के साथ गाली-गलौज करते हैं। साथ ही कर्मचारियों को ट्रांसफर करने की धमकी देते हैं। कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार करना इनका लगभग हर दिन का काम है। इसके अलावा कर्मचारियों का आरोप है कि वह कर्मचारियों को समय से छुट्टी नहीं देते हैं, जिससे कर्मचारियों को परेशानी होती है। कार्य ज्यादा होने पर रात नौ बजे तक काम कराया जाता है, लेकिन कर्मचारियों को कभी ओवर टाइम नहीं दिया जाता। इसके अलावा यात्रा भत्ता भी पांच माह से कर्मचारियों के लंबित पड़े हैं। ऑन ड्यूटी अथॉरिटी भी समय से नहीं दी जाती है। कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें काम कराने का तरीका नहीं हैं, जो मनमर्जी से उल्टा-सीधा काम कराते हंै। कर्मचारियों को आवश्यक कार्य जैसे मेडिकल समस्या, परिवार में शादी आदि होने पर यदि वह न पहुंचे, तो उनकी अनुपस्थिति लगा दी जाती है। डिपो में एक भी कर्मचारी छुट्टी पर नहीं होने के बावजूद यदि कोई कर्मचारी छुट्टी लेना चाहता है, तो छुुट्टी नहीं दी जाती है। डिपो इंचार्ज कर्मचारियों को टारगेट करके परेशान करते हैं। इतना ही नहीं कर्मचारियों की जान से खिलवाड़ भी ड्यूटी के दौरान किया जाता है, जिसमें पावर ब्लॉक बिना सुपरवाइजर कार्य कराया जाता है। ड्यूटी रुम में शाम चार बजे के बाद ताला लगा दिया जाता है, कर्मचारी शाम चार, रात 12 व सुबह आठ बजे तक की ड्यूटी खुले में करने के लिए मजबूर हैं। साप्ताहिक रेस्ट के दिन भी कर्मचारी को ड्यूटी पर बुलाया जाता है, चोटिल होने पर आइओडी नहीं दी जाती है और चहेते कर्मचारी की नाइट ड्यूटी लगाई जाती है। ठेकेदार मारने की धमकी देते हैं, इसकी शिकायत करने पर भी कोई एक्शन नहीं होता है। सभी कर्मचारियों ने इस दौरान एसएसइ गोयल का स्थानांतरण करने की मांग की। मुख्य शाखा अध्यक्ष लाखन सिंह, उपाध्यक्ष सार्थक तिवारी, गोपाल शुक्ला, आनंद शेषा मौजूद रहे।

यूनियन ने किया हस्तक्षेप, कर्मचारी डीलिंग अधिकारी को बदला
डब्ल्यूसीआरएमएस जोनल कार्यकारी अध्यक्ष बीएल मिश्रा व मंडल अध्यक्ष राजेश पांडे ने सीनियर डीइइ अमित पटेल से कर्मचारियों की समस्या के संबंध में चर्चा की और इसके बाद कर्मचारी डीलिंग अधिकारी को बदलकर इसका प्रभार नरेन्द्र ठाकुर को दिया गया, तब कहीं जाकर कर्मचारी काम पर लौटे।