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रवि और सर्वार्थ सिद्धि योग में मनेगा गंगा दशहरा

यह योग भी गंगा स्नान और दान को अक्षय पुण्य देने वाला है। शहर में लाखा बंजारा झील रानीपुरा स्थित मंदिर प्राचीन गंगा मंदिर में भक्त उत्साह के साथ गंगा दशहरा मनाएंगे।

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सागर

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Rizwan ansari

Jun 03, 2025

sagar

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पृथ्वी पर मां गंगा के अवतरण दिवस को गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है। इस बार गंगा दशहरा 5 जून को है। दशहरा पर्व पर विभिन्न शुभ योग का संयोग बन रहा है। रवि योग सुबह पांच बजकर 22 से दोपहर एक बजकर 56 मिनट तक रहेगा। सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह नौ बजकर 35 मिनट से अगले दिन छह बजकर दस मिनट तक रहेगा। यह योग हर प्रकार के कार्यों की सिद्धि के लिए सर्वोत्तम माना गया है। अमृत सिद्धि योग शुभ मुहूर्त में आता है। इस दिन रात्रि में रहेगा। यह योग भी गंगा स्नान और दान को अक्षय पुण्य देने वाला है। शहर में लाखा बंजारा झील रानीपुरा स्थित मंदिर प्राचीन गंगा मंदिर में भक्त उत्साह के साथ गंगा दशहरा मनाएंगे। यहां दिनभर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। झील किनारे रानीपुरा स्थित मां गंगा मंदिर का निर्माण रैकवार समाज सागर की ओर से 1952 में कराया गया था। यहां मां गंगा की प्रतिमा स्थापना स्व. सुंदरबाई की ओर से कराई गई थी। मंदिर के पुजारी गौरी शंकर रैकवार और दिलीप रैकवार बताया कि मंदिर के ठीक पीछे दानव बब्बा एवं पुरेन बब्बा विराजमान हैं। यह लोकदेवता संभवत: झील निर्माण के समय से ही यहां विराजमान हैं। इनकी भी पूजा अर्चना रोज होती है। रैकवार समाज सहित स्थानीय लोगों की यहां बड़ी आस्था है। मां गंगा मंदिर भक्त मंडली ही मंदिर की सारी व्यवस्थाएं करती हैं।

मां गंगा की होगी आरती

दिलीप रैकवार ने बताया कि गंगा दशहरा पर मां गंगा की आकर्षक झांकी सजेगी। सुबह 8 बजे अभिषेक होगा। श्रृंगार के बाद दोपहर 2 बजे मां दिव्य हवन किया जाएगा। राधे राधे संकीर्तन के साथ रात 8 बजे महाआरती होगी। मां को 56 भोग लगाकर भक्तों में प्रसाद वितरित किया जाएगा। गंगा मंदिर भक्त मंडली ने इसकी पूरी तैयारियां शुरु कर दी हैं। गंगा दशहरा पर यहां भक्तों की भीड़ उमड़ेगी।