बीना. हरेराम मंदिर में विराजमान भगवान जगन्नाथ स्वामी, बहन सुभद्रा, बलदाउ पूर्णिमा से बीमार हैं और हर दिन वैद्य जाकर भगवान का उपचार कर रहे हैं। साथ ही भगवान को खिचड़ी का भोग लग रहा है और जड़ी-बूटियों से उपचार चल रहा है।
मान्यतानुसार भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा के पहले पंद्रह दिनों के लिए बीमार हो जाते हैं और एकांतवास में समय बिताते हैं। इस दौरान सिर्फ उनके सेवकों को गर्भगृह में जाने की अनुमति होती है। स्वस्थ होने के बाद भक्तों को दर्शन देने के लिए भगवान की रथ यात्रा निकाली जाती है। पुजारी प्रकाश चौबे ने बताया कि एक बार भगवान जगन्नाथ स्वामी की बहन सुभद्रा बीमार हो गईं थीं, तब भगवान ने उनका ज्वर अपने ऊपर ले लिया और वह बीमार हो गए। भगवान बीमार नहीं होते, लेकिन भक्तों व श्रद्धालुओं को दिखाने के लिए लीला करते हैं। लीला रूप में बीमार हुए भगवान पंद्रह दिन एकांतवास में रहते हैं। इस बीच केवल उनके सेवक या पुजारी ही गर्भगृह में प्रवेश करते हैं। साथ ही वैद्य आशीष तिवारी हर दिन आकर उनका उपचार कर रहे हैं। भगवान को खिचड़ी का भोग लगाया जा रहा है। भगवान के स्वस्थ होने पर 27 जून को नगर में रथ यात्रा निकाली जाएगी।
Published on:
20 Jun 2025 11:55 am