लोगों को जरूरत पडऩे पर वह इस असमंजस में रहते हैं कि आखिर बीएमओ कौन है, क्योंकि चार अलग-अलग डॉक्टरों के नाम से आदेश जारी हो चुके हैं। इसके बाद भी अधिकारी इस संबंध में कोई निर्णय नहीं ले पा रहे हैं।
बीएमओ का आदेश आने के बाद छह फरवरी को ज्वाइन कर लिया है, लेकिन लिपिक के न होने से प्रभार नहीं मिल पाया है। लिपिक के आते ही प्रभार ले लेंगे।
डॉ. राजेश पस्तोर, मंडीबामोरा