16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बीना विधानसभा के अधिकांश गांवों को नहीं मिला सिंचाई परियोजना का लाभ, जनप्रतिनिधियों के वादे अधूरे

मुख्यमंत्री के नाम सौंपा गया ज्ञापन, जिला बनाने की फिर उठने लगी मांग

less than 1 minute read
Google source verification
Most of the villages of Bina assembly did not get the benefit of irrigation project, promises of public representatives remained unfulfilled

फाइल फोटो

बीना. बहुप्रतीक्षित बीना सिंचाई परियोजना में अब तक बीना विधानसभा के अधिकांश गांवों को शामिल नहीं किया गया है, जबकि खुरई विधानसभा के लगभग सभी गांव इस परियोजना के लाभ से जुड़ चुके हैं। 2018 में जब यह परियोजना तैयार की गई थी, तब बीना क्षेत्र के कई गांवों को इसमें से बाहर कर दिया गया था, जिससे क्षेत्र के किसानों में भारी रोष है। इसकी शिकायत भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन ने सीएम के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर की है।
लोकसभा चुनाव के समय जनप्रतिनिधियों ने वादा किया था कि बीना विधानसभा के छूटे हुए गांवों को भी सिंचाई परियोजना में जोड़ा जाएगा, लेकिन आज तक वह आश्वासन सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गया है। सीताराम ठाकुर का कहना है कि लगातार सूखे की स्थिति में सिंचाई सुविधा उनके लिए जीवन रेखा साबित हो सकती थी। छूटे हुए गांवों को तत्काल परियोजना में शामिल किया जाए। साथ ही लंबे समय से की जा रही बीना को जिला बनाने की मांग को भी जल्द पूरा किया जाए। यदि जल्द सुनवाई नहीं हुई तो वह उग्र आंदोलन करेंगे। मांग करने वालों में प्रतिपाल सिंह ठाकुर, जितेंद्र सिंह ठाकुर, हन्नू राजपूत, राघवेंद्र सिंह ठाकुर आदि शामिल हैं।