
वार्ड में बिना धुलाई के पहुंची गंदी चादरें
गंदी बेडशीट से मरीजों में संक्रमण का खतरा, प्रबंधन अनजान
सागर. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में गंदी बेडशीट के कारण मरीजों को संक्रमण का खतरा बना हुआ है। बीएमसी की लॉन्ड्री पिछले 3 दिनों से बंद है और प्रबंधन अनजान है। बिना व्यवस्थाएं किए कर्मचारी त्योहार की छुट्टियां मनाने चले गए और वार्डों में धुले चादर व अन्य कपड़ों का टोटा हो गया, मजबूरन मरीजों को गंदी बेडशीट पर लेटकर इलाज कराना पड़ रहा है। इससे मरीजों में टांके पकने सहित गंभीर संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। बीएमसी में हर दिन 500 से अधिक चादर और 200 से अधिक ऑपरेशन थियेटर को साफ कपड़ों की आवश्यकता होती है।
जानकारी के अनुसार 31 दिसंबर से लॉन्ड्री बंद चल रही थी, जबकि हर वार्ड में 20-25 चादर, ओटी में डॉक्टर्स के गाउन व अन्य साफ कपड़े रोज लगते रहे। व्यवस्था के तहत हर वार्ड में धुले कपड़ों का स्टॉक होता है, जो एक दिन में ही खत्म हो गया। रविवार को ही वार्डों में साफ कपड़े खत्म हो गए थे।
साफ कपड़ों की सबसे ज्यादा जरूरत 9 ऑपरेशन थियेटर, सर्जरी के 4 और गायनी के 2 वार्डों में भर्ती मरीजों को होती है, क्योंकि यहां से हर दिन खून व मवाद से सने कपड़े निकलते हैं, जिसमें संक्रमण ज्यादा घातक हो सकता है। यहां किसी तरह व्यवस्थाएं वार्ड प्रभारियों ने संभाल रखीं हैं, लेकिन मरीज संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं।
तीन दिन बाद सोमवार को जब कुछ कर्मचारी अवकाश से लौटे तो वार्डों से आए गंदे चादरों के ढेर लग गए। वार्ड प्रभारियों ने धुले चादर मांगे तो लॉन्ड्री के एक कर्मचारी ने वापस से गंदे चादर वार्ड में रख दिए। वार्ड प्रभारियों को मजबूरी में संक्रमित बेडशीट पलंग पर बिछानी पड़ी।
-घाव में इंफेक्शन का खतरा
-ऑपरेशन के टांके पकने का डर
-स्किन इंफेक्शन
-जख्म भरने में देरी
-गंदगी व बदबू
लॉन्ड्री संचालन के लिए बीएमसी प्रबंधन ने ग्वालियर की एक कंपनी को ठेका दिया है। प्रबंधन ने परिसर में करीब 4 हजार वर्गफीट जमीन बिना किराया लिए ठेकेदार को दी है, प्रत्येक कपड़े के हिसाब से हर माह लाखों रुपए का भुगतान किया जाता है। कंपनी ने यहां दो बड़ी धुलाई की व दो कपड़े सुखाने की मशीनें लगाईं हैं।
500-550 चादर रोज निकलते हैं।
25-27 ऑपरेशन में गाउन इस्तेमाल होते हैं।
150 गायनी वार्ड के इंफेक्टेड चादर होते हैं।
30 वार्डों में हर दिन नए चादर की आवश्यकता होती है।
-त्योहार के दिन प्लांट बंद था। बीच में एक दिन कर्मचारी अवकाश पर थे, इसलिए थोड़ी दिक्कत हुई लेकिन आज से व्यवस्थाएं ठीक हो गईं हैं, आज लॉन्ड्री के एक लडक़े ने गलती से बगैर धुले चादर वार्ड में दे दिए थे।
- डॉ. एसपी सिंह, लॉन्ड्री व्यवस्था प्रभारी अधिकारी।
-हो सकता है कि त्योहार के कारण लॉन्ड्री के कर्मचारी अवकाश पर चले गए हों और चादर न धुल पाए हों, मैं दिखवाता हूं क्या समस्या है।
- डॉ. राजेश जैन, अधीक्षक बीएमसी।
Updated on:
05 Nov 2024 09:06 pm
Published on:
05 Nov 2024 09:05 pm
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