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24 घंटे में हो गया था कटरा में पार्श्वनाथ मंदिर का निर्माण

मंदिर का शुरु हुआ जिर्णोद्धार, राजस्थान से मंगाया जा रहा लाल पत्थर सागर . शहर के मुख्य बाजार में स्थित जैन समाज के पार्श्वनाथ मंदिर मंदिर का जिर्णाद्धार किया जा रहा है। मंदिर की भव्यता बढ़ाने के लिए राजस्थान के बयाना से मंगाए गए लाल पत्थर लगाए जा रहे हैं। मंदिर के शिखर पर पीले […]

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सागर

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Nitin Sadaphal

May 16, 2025

पाश्र्वनाथ जैन मंदिर

पाश्र्वनाथ जैन मंदिर

मंदिर का शुरु हुआ जिर्णोद्धार, राजस्थान से मंगाया जा रहा लाल पत्थर

सागर . शहर के मुख्य बाजार में स्थित जैन समाज के पार्श्वनाथ मंदिर मंदिर का जिर्णाद्धार किया जा रहा है। मंदिर की भव्यता बढ़ाने के लिए राजस्थान के बयाना से मंगाए गए लाल पत्थर लगाए जा रहे हैं। मंदिर के शिखर पर पीले पत्थर लगाए जाएंगे। मंदिर के मूलनायक जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ है। इस मंदिर का निर्माण वर्ष 1975 के करीब केवल 24 घंटे में हुआ था। मंदिर में आने वाले भक्त बताते है कि असामाजिक लोगों ने मंदिर में कब्जा कर लिया। उस समय भक्तों ने रात में ही कब्जा हटाकर एक दिन में यहां मूर्ति की स्थापना टीन शेड में की थी। धीरे-धीरे मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हुआ।

मंदिर समिति के सदस्य देवेंद्र जैना स्टील ने बताया कि सागर का प्रथम पंचकल्याण आचार्य विद्यासागर महाराज के सानिध्य में वर्ष 1992 में हुआ था। आचार्यश्री ने सबसे प्रथम सागर में पाश्र्वनाथ मंदिर का ही पंचकल्याणक किया था। उन्होंने बताया कि पंचकल्याण में जो बचत राशि थी उससे शिरपुर में धर्मशाला में बनवाई गई थी। उन्होंने बताया कि मंदिर के मूलनायक भगवान पार्श्वनाथ हैं। उसके साथ दूसरी वेदी पर भगवान चंद्रप्रभु और तीसरी वेदी पर भगवान आदिनाथ विराजमान हैं। मंदिर में पूरे वर्ष विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होता है। सुबह से रोजाना सैकड़ों भक्त भगवान के अभिषेक-पूजन के लिए यहां पहुंचते हैं।