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तेज ब्लास्ट के साथ बीना-सागर रुट पर ओएचइ लाइन की टूटी पीटीएफइ राड

दूसरे ट्रैक से निकाली गई भोपाल-बिलासपुर एक्सप्रेस, बीस मिनट देरी से हुई रवाना

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Broken ptfe rod of OHE line on Bina-Sagar route with loud blast.

अप ट्रैक से निकाली गई बिलासपुर ट्रेन

बीना. बीना से सागर की ओर जा रही एक ट्रेन के निकलते ही पीटीएफइ राड में फाल्ट हो गया और लाइन टूट गई। इस दौरान सिर्फ भोपाल-बिलासपुर एक्सप्रेस को दूसरे ट्रैक से निकाला गया। इसके बाद पूरी लाइन को बंद करके सुधार कार्य शुरू किया गया है।
जानकारी के अनुसार दोपहर करीब एक बजे बीना-सागर लाइन पर सागर गेट के पास खंभा नंबर 976/36 के पास अचानक ओएचइ लाइन में तेज ब्लास्ट के साथ पीटीएफइ राड में फाल्ट होने से वह टूट गई। इसकी जानकारी लगते ही ऑपरेटिंग विभाग ने इस लाइन पर आवागमन बंद कर दिया था। इसके बाद टीआरडी विभाग, आरपीएफ के अधिकारी मौके पर पहुंचे और लाइन में फाल्ट होने की जानकारी ली। भोपाल-बिलासपुर एक्सप्रेस के निकलने का समय होने के कारण अधिकारियों ने कुछ देर तक बिजली सप्लाई को बंद नहीं कराया, ताकि ट्रेन दूसरे ट्रैक से निकाली जा सके। इस दौरान स्टेशन से सही समन्वय नहीं होने के कारण न तो काम किया जा सका न ही सुधार कार्य हुआ। इसके बाद जब विभाग के अधिकारियों ने स्टेशन पर अधिकारियों से संपर्क किया, तो भोपाल-बिलासपुर एक्सप्रेस को दोपहर 1 बजकर 5 मिनट की बजाए 1 बजकर 25 मिनट पर 20 मिनट देरी से रवाना किया। इस दौरान स्टेशन पर यात्री परेशान होते रहे, लेकिन यह टे्रन भी डाउन ट्रैक से तार टूटे होने के कारण नहीं चलाई जा सकी और उसे अप ट्रैक से सागर की ओर कॉसन लेकर धीमी गति से चलाया गया। यदि इस ट्रेन को लाइन बंद करने के पहले नहीं निकाला जाता, तो इसे और देर तक स्टेशन पर रोककर रखना पड़ता। इसके बाद 09093 संतरागाछी एक्सप्रेस को सुधार कार्य पूरा होने पर डाउन लाइन से ही चलाया गया है।

शार्ट न्यूटल सेक्शन पर टूटी थी राड
रेलवे सूत्रों ने बताया कि पीटीएफइ राड दो सेक्शन को आपस में जोड़ती है, जो न्यूटल रहती है और इसमें करंट नहीं रहता है। इस राड से टे्रन निकलते समय ड्राइवर को इंजन बंद करना पड़ता है। यदि चालू इंजन को इस राड से निकाल दिया जाए तो राड टूट जाती है। क्योंकि चार्ज लाइन से इंजन न्यूटल लाइन में जाती है, तो ब्लास्ट हो जाता है। यह राड 9 से 11 मीटर तक की रहती है।