रेलवे सूत्रों ने बताया कि पीटीएफइ राड दो सेक्शन को आपस में जोड़ती है, जो न्यूटल रहती है और इसमें करंट नहीं रहता है। इस राड से टे्रन निकलते समय ड्राइवर को इंजन बंद करना पड़ता है। यदि चालू इंजन को इस राड से निकाल दिया जाए तो राड टूट जाती है। क्योंकि चार्ज लाइन से इंजन न्यूटल लाइन में जाती है, तो ब्लास्ट हो जाता है। यह राड 9 से 11 मीटर तक की रहती है।