
Scandal of illegal vendors spread over this station, officials are not coming to see
बीना. रेलवे स्टेशन पर टे्रन आते ही अवैध वेंडरों का जमावड़ा दिखने लगा है। पिछले कुछ दिनों से स्टेशन पर सैकड़ों अवैध वेंडर सक्रिय हैं, लेकिन उन पर कार्रवाई करने की बजाए आरपीएफ उन्हें संरक्षण दे रही है, जिसके कारण इनकी संख्या में दिनों दिन इजाफा होता जा रहा है, जिससे किसी दिन बड़ी घटना को भी अंजाम दिया जा सकता है जिसकी जिम्मेदारी किसकी होगी यह बड़ा सवाल है।
गौरतरलब है कि पत्रिका ने कुछ माह पहले अवैध वेंडरों के खिलाफ अभियान चलाकर उच्चाधिकारियों का ध्यानाकर्षण किया था, इसके बाद जबलपुर व भोपाल से विजलेंस की टीम ने आकर लगातार कार्रवाई की थी जिसके बाद अवैध वेंडरों पर रोक लग सकी थी, लेकिन विजलेंस की कार्रवाई रुकते ही यह अवैध वेंडर फिर से सक्रिय हो गए हैं जिन पर कार्रवाई की जाना बहुत जरुरी है। बीना स्टेशन पर करीब चार सौ से ज्यादा अवैध वेंडर सक्रिय हैं जो टे्रन आते है खाद्य सामग्री लेकर बोगियों में पहुंच जाते हैं और ज्यादा दामों पर सामान बेचते हैं। शनिवार को भी सुबह साढ़े 11 बजे जैसे ही झेलम एक्सप्रेस स्टेशन पहुंची करीब तीन दर्जन से ज्यादा अवैध वेंडर ट्रेन के दूसरे तरफ से टे्रन में पहुंच गए। ऐसा नहीं है कि यह सब रेलवे अधिकारियों को नजर नहीं आता है। प्लेटफॉर्म पर ड्यूटी कर रहे आरपीएफ के जवानों से यह छुपा नहीं है क्योंकि इनकी मेहरबानी पर तो अवैध वेंडरों द्वारा सामान बेचने का काम किया जा रहा है।
घटनाओं को अंजाम देने में भी पीछे नहीं
रेलवे स्टेशन पर खाद्य सामग्री बेचने वाले यह अवैध वेंडर कई बार घटनाओं को भी अंजाम दे चुके हैं, लेकिन घटना के बाद इनकों पकड़ पाना मुश्किल रहता है क्योंकि न तो इनकी कोई पहचान उजागर हो पाती है न ही इनका कोई रिकॉर्ड रेलवे के पास रहता है। कुछ माह पहले भी एक चाय बेचने वाले अवैध वेंडर ने यात्री से पैसों के विवाद पर यात्री पर चाय फेंक दी थी, लेकिन टे्रन छूटने के कारण यात्री इसकी शिकायत भी दर्ज नहीं करा पाया था। वहीं एक अन्य अवैध वेंडर ने साबरमति एक्सप्रेस में ड्यूटी पर मौजूद एक टीसी से अभद्रता कर दी थी, जिस पर भी कार्रवाई करने में आरपीएफ फिसड्डी रही है।
सीसीटीवी कैमरों में नहीं दिखाई दे रहे वेंडर
स्टेशन प्रबंधक के ऑफिस में सीसीटीवी से स्टेशन की हर गतिविधि की मॉनीटरिंग की जा रही है, लेकिन ताजुब्ब की बात तो यह है कि स्टेशन प्रबंधक को भी यह सब वहां बैठकर दिखाई नहीं दे रहा है। यदि अवैध वेंडरों पर कार्रवाई नहीं की जा रही तो इसके मायने साफ हैं जो सभी अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रही है।
आरपीएफ, जीआरपी को लिखा है पत्र
पिछले कुछ दिनों से अवैध वेंडरों के सक्रिय होने के बाद उन पर कार्रवाई करने के लिए आरपीएफ, जीआरपी को पत्र लिखा है। जल्द ही संयुक्त रुप से टीम गठित कर इन पर कार्रवाई की जाएगी।
एमएस पिंका, स्टेशन प्रबंधक, बीना
Published on:
07 May 2018 11:00 am
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