
Slogan stink of civil lines cleanliness
सागर. 'मेरा शहर मेरी शान, स्वच्छता ही है मेरी पहचानÓ यह स्लोगन शहर के जिस स्थान पर लिखा है, वहां 10 सेकंड भी ठहरना मुश्किल हो जाता है। बदबू के कारण दम घुटने लगता है।
यह दयनीय स्थिति है शहर के पॉश इलाकों में से एक सिविल लाइन की, जहां कचरा घर के कारण स्थानीय लोगों का जीना दूभर हो गया है। कचरा घर के पीछे आयकर विभाग, बाजू में सांई मंदिर, सामने द्वारकाजी कॉम्प्लेक्स है, जहां प्रतिदिन हजारों लोगों का आना-जाना रहता है और यहां से उठ रही बदबू करीब तीन सौ मीटर दूर तक हवा में फैली हुई है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर निगम प्रशासन इस कचरा घर के सफाई कार्य में हमेशा लापरवाही बरता है और बारिश के मौसम में तो यहां पर रहना असंभव सा हो जाता है।
अफसर भी गुजरते हैं
इस मार्ग से कलेक्टर आलोक कुमार सिंह, एसपी सत्येंद्र शुक्ल, निगमायुक्त अनुराग वर्मा समेत लगभग सभी बड़े अधिकारी प्रतिदिन गुजरते हैं। 40 प्रति किलोमीटर की रफ्तार से गुजरने पर भी राहगीर को क्षेत्र में फैली बदबू का एहसास हो जाता है लेकिन जिम्मेदार अफसरों को लोगों की इस समस्या से कोई सरोकार नजर नहीं आ रहा है। इस मामले में क्षेत्र के सफाई दरोगा की लापरवाही सबसे ज्यादा सामने
आई है।
सिविल लाइन का यह कचरा घर सबसे ज्यादा विवादित रहा है। सीएम हेल्पलाइन में एक दर्जन से ज्यादा शिकायतें हो चुकीं हैं लेकिन न तो इस कचरा प्वाइंट को हटाया जा रहा है और न ही इस क्षेत्र की नियमित रूप से सफाई की जा रही है जिसके कारण आम लोग सबसे ज्यादा परेशान हो रहे हैं।
यहां भी हैं
सिविल लाइन क्षेत्र पर कचरा घर के साथ चौबीस घंटे सड़कों और गलियों में ***** घूमते मिल जाएंगे। निगम प्रशासन इन्हें खदेडऩे में पूरी तरह से असफल साबित है। जब कार्रवाई का मौका आता है तो नोटिसबाजी के बाद मामला शांत हो जाता है।
इस अव्यवस्था को लेकर कई बार निगम कार्यालय और सीएम हेल्पलाइन में शिकायतें गईं हैं लेकिन निगम के अधिकारी लगातार लापरवाही कर रहे हैं।
राजीव जैन, स्थानीय व्यापारी
सिविल लाइन का कचरा पॉइंट पूरे क्षेत्र के लिए मुसीबत बना है। सुबह-शाम दोनों वक्त सफाई होनी चाहिए। सांस लेना मुश्किल हो रहा है।
सुरेंद्र पाण्डे, स्थानीय निवासी
बदबू से दुकान पर बैठना मुश्किल हो रहा है। कहीं किसी संक्रामक बीमारी की चपेट में न आ जाएं।
राजेंद्र राजपूत, स्थानीय व्यापारी
यहां कचरा फेंकना प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। शिकायत के बाद एक-दो दिन ही सफाई होती है और बाद में फिर पुराने जैसे ही हालात हो जाते हैं।
नीलेश गौतम, स्थानीय निवासी
सिविल लाइन में कचरा पॉइंट से यदि कचरा नहीं उठया जा रहा है तो इसमें स्वास्थ्य अधिकारी राजेश सिंह राजपूत की लापरवाही है। उनके विरुद्ध कार्रवाई
की जाएगी।
अभय दरे, महापौर
Published on:
29 Aug 2018 05:22 pm
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