जमीन अधिग्रहण करने के प्रस्ताव को भी नहीं मिल सकी मंजूरी, शिफ्ट करने नहीं मिल रही जमीन
बीना. शहर के अंदर खुरई रोड स्थित कृषि उपज मंडी का परिसर छोटा होने से किसान और व्यापारी परेशान हैं। सीजन पर आवक के समय परिसर छोटा पडऩे लगा है। रबी सीजन में बाजू वाले खेत खाली हो जाने से किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉली वहां खड़े करा दिए जाते हैं, लेकिन खरीफ फसल में सडक़ों पर वाहन खड़े रहते हैं। मंडी विस्तार के लिए बनाया गया प्रस्ताव को भी मंजूरी नहीं मिल पाई है।
मंडी का विस्तार करने के लिए बाजू की छह एकड़ जमीन अधिग्रहण करने का प्रस्ताव करीब चार वर्ष पूर्व बनाया गया था और इस प्रस्ताव को मंडी बोर्ड ने मंजूरी नहीं दी है। यदि मंडी को यह छह एकड़ जगह मिल जाती, तो परिसर 18 एकड़ का हो जाता। अभी परिसर छोटा होने से सीजन पर ट्रैक्टर-ट्रॉली खुरई रोड पर खड़े होने से सर्वोदय चौराहे तक जाम की स्थिति निर्मित होती है। जमीन अधिग्रहण होने पर आंबेडकर तिराहे से नई सडक़ मिलने की भी उम्मीद थी। क्योंकि खुरई रोड पर ब्रिज बनने के बाद जाम की स्थिति ज्यादा बनने लगी है।
मंडी शिफ्ट करने नहीं मिल रही जगह
मंडी को शहर से बाहर शिफ्ट करने की भी योजना है, लेकिन इसके लिए भी आसपास जमीन नहीं मिल रही है। यदि मंडी को शहर से बाहर शिफ्ट किया जाता है, तो खुरई रोड स्थित मंडी की जमीन का उपयोग अन्य कार्यों में हो सकता है। क्योंकि शहर में सब्जी मंडी के लिए भी जगह नहीं है और अस्पताल भवन का निर्माण नहीं हो पा रहा है। वर्तमान में सिविल अस्पताल मंडी की तीन एकड़ जमीन पर बनाई गई है।
तलाश रहे हैं जमीन
बाजू की जमीन अधिग्रहण करने की मंजूरी न मिलने पर अब मंडी को शिफ्ट करने के लिए नई जगह की तलाश की जा रही है। जमीन मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।
कमलेश सोनकर, सचिव, कृषि उपज मंडी, बीना