
स्पेशल ट्रेन के खाली पड़े रहे कोच
बीना. जंक्शन से प्रयागराज जाने के लिए रेलवे ने बीना-प्रयागराज छिवकी स्पेशल टे्रन चलाई है, जिसमें पहले तीन दिन इस ट्रेन से करीब दस हजार यात्रियों ने यात्रा की है, लेकिन उसके बाद अंतिम छह दिन में जंक्शन से पांच सौ यात्रियों ने भी यात्रा नहीं की। कुछ यही हाल बुधवार को भी रहा, जहां पर अंतिम दिन तीस से चालीस यात्री ही गए।
दरअसल रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए महाकुंभ में जाने के लिए बीना-प्रयागराज छिवकी एक्सप्रेस चलाने का निर्णय लिया गया है। यह टे्रन पहले शाही स्नान के समय चलाई गई, उसके बाद यह बंद रही। इसे दोबारा 28 जनवरी से पांच फरवरी तक नौ दिन चलाया गया है, जिसमें अंतिम दिन बामुश्किल 30 से 35 यात्रियों ने ही यात्रा की है। ट्रेन के बार-बार बंद होने के कारण यात्रियों की सही जानकारी नहीं मिल पाती है। 28 जनवरी को टे्रन चलाए जाने के समय इस टे्रन से पहले दिन करीब 3500 सौ यात्रियों ने यात्रा की थी, क्योंकि दूसरे दिन मौनी अमावस्या थी, जिसमें शामिल होने के लिए बड़ी संख्या लोग गए थे।
प्रयागराज आते समय गलत ट्रेन में बैठा रहे यात्रियों को
प्रयागराज गए यात्रियों ने बताया कि जब वह प्रयागराज से वापस आ रहे थे, तो उन्हें गलत टे्रन में बैठाया जा रहा है। वहां पर केवल यात्रियों को रवाना करने का काम किया जा रहा है। प्रयागराज से लौटे पप्पू लोधी ने बताया कि वह 3 फरवरी को प्रयागराज स्टेशन बीना आने के लिए पहुंचे, जहां पर उन्हें कटनी की बजाए झांसी की ट्रेन में बैठा दिया गया। जिस यात्रा में उन्हें 17 घंटे लग गए थे। इसके बाद झांसी से बीना की यात्रा में दो घंटे लगे और 19 घंटे में बीना आ सके, जबकि अन्य ट्रेनों से दस से 11 घंटे में बीना आ सकते थे।
Published on:
06 Feb 2025 12:14 pm
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