सागर

हर वर्ष रोपे जाते हैं हजारों पौधे, देखरेख के अभाव में बड़ी संख्या में हो जाते हैं खराब

वन विभाग, जनपद पंचायत, नगर पालिका कराती है पौधारोपण, सिर्फ फोटो खींचने तक हैं सीमित

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Jun 05, 2025
जुगपुरा में दूसरी बार रोपे गए पौधे

बीना. हर वर्ष बारिश में हजारों पौधे रोपे जाते हैं, जिसमें बड़ी संख्या में खराब हो जाते हैं और इसके बाद दूसरे वर्ष फिर से इनकी जगह पौधे रोप दिए जाते हैं। पौधारोपण पर लाखों रुपए खर्च भी किए जाते हैं। वन विभाग हर वर्ष पौधारोपण करता है और सुरक्षा के लिए फेंसिंग भी लगाई जाती है, लेकिन फिर भी पौधे खराब हो जाते हैं।
वन विभाग ने पिछले वर्षों में जुगपुरा, देवल, कंजिया आदि जगहों पर हजारों पौधे रोपे हैं। जुगपुरा में बीपीसीएल ने वन विभाग के माध्यम से 90 हैक्टेयर में करीब एक लाख पौधे रोपे हैं और सुरक्षा के लिए तार फेंसिंग लगाई गई है, लेकिन फिर भी यहां पौधे खराब हो रहे हैं। कई जगह फेंसिंग भी टूट गई है। कुछ माह पहले यहां आग लगने से पौधे भी जल गए थे। जो पौधे खराब हुए हैं, अब उनकी जगह दूसरे पौधे रोपे जा रहे हैं। कंजिया रैयतवारी में भी कुछ वर्ष पहले पौधारोपण हुआ है, लेकिन वहां भी सुरक्षा के इंतजाम कम होने से बड़ी मात्रा में पौधे खराब हो गए थे।

शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में रोपे जाते हैं पौधे
बारिश के मौसम में नगर पालिका शहर में और जनपद पंचायत से ग्रामीण क्षेत्रों में पौधे रोपे जाते हैं, जो कुछ मवेशी खा जाते हैं, तो कुछ पानी न मिलने से सूख जाते हैं। यह कार्य सिर्फ फोटो खींचने तक सीमित रहता है। पिछले वर्षों में नगर पालिका ने जहां पौधे रोपे हैं वहां अब कुछ नहीं बचा है।

की गई है सुरक्षा
वन विभाग इस वर्ष जगपुरा, मुहांसा में 30-30 हैक्टेयर में पौधारोपण होना है। जिन जगहों पर पिछले वर्षों में लगे कुछ पौधे खराब हो जाते हैं, वहां फिर से पौधा लगाए जाते हैं। जुगपुरा में पौधों की सुरक्षा के लिए फेंसिंग लगी हुई है।
ओपी शिल्पी, डिप्टी रेंजर, वन विभाग

Published on:
05 Jun 2025 12:11 pm
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