– यह दो मामले आए सामने
-केस – 1 नमक मंडी निवासी इंद्र कुमार जैन का 1.5 किलोवाट का घरेलू कनेक्शन है। बिजली कंपनी ने जनवरी का बिजली बिल 32183 रुपए का जारी किया है, जबकि बिल पर कुल खपत मात्र 54 यूनिट की है। इसमें कंपनी ने 31740 रुपए फिक्स चार्ज जोड़ा है और 100 यूनिट के अंदर सरकार से मिलने वाली सब्सिडी भी नहीं दी गई है। – केस-2 मुकेश साहू ने बताया कि जवाहरगंज वार्ड में उनके दादा के नाम से एक किलोवाट का घरेलू कनेक्शन है। परिवार दूसरे जगह रहने के कारण हर माह 100 रुपए से कम ही बिल आता था, लेकिन इस बार बिजली कंपनी ने 8724 रुपए का बिल जारी किया है, जबकि बिल पर कुल खपत मात्र 18 यूनिट दिखाई है।
– फिक्स चार्ज हजारों रुपए जोड़ा
जानकारी के अनुसार जनवरी माह में शहर में बड़ी संख्या में गलत बिल जारी हुए हैं। इससे परेशान उपभोक्ताओं की संख्या हजारों में हो सकती है। पत्रिका ने जब पड़ताल की तो दो मामले सामने आए हैं और इन दोनों में ही एक समानता मिली है। दोनों बिजली बिलों में एनर्जी चार्ज तो सामान्य जोड़ा गया है, लेकिन फिक्स चार्ज के नाम पर हजारों रुपए जोड़ दिया गया है। जबकि फिक्स चार्ज एक रुपए प्रति यूनिट के आसपास लगता है।