
You will be stunned to know this reality of the city's sewer project
सागर. केंद्र व राज्य सरकार की अच्छी योजनाओं का हवाला देकर शहर में सुर्खियां बटोरने वाले जनप्रतिनिधि अब जनता पर एक के बाद एक खर्च डालते जा रहे हैं। योजनाओं व प्रोजेक्ट के पूर्ण होने पर शहरवासियों की जेब ही खाली की जाएगी। यह खुलासा सीवर प्रोजेक्ट की डीपीआर से हुआ है। पत्रिका के हाथ लगी सीवर प्रोजेक्ट की डीपीआर में सीवर योजना में प्रति उपभोक्ता प्रतिमाह २०० रुपए वसूलने का प्रस्ताव रखा गया है। इतना ही नहीं यह राशि भी कम पडऩे के कारण डीपीआर में वन टाइम कनेक्शन चार्ज भी २ हजार रुपए प्रति घर से वसूलने की प्लानिंग है। इधर, सीवर के काम की गति ने पहले ही लोगों को परेशान कर रखा है।
जनता को पता चल गया तो...
जनता को योजनाओं की हकीकत का पता न चल जाए, इसलिए आज तक नगर निगम के जिम्मेदारों ने इस बात को सार्वजनिक नहीं किया है। जानकारी के मुताबिक नगर सरकार को तमाम योजनाओं में करीब ३०० करोड़ रुपए का अंशदान मिलाना है, जबकि नगर सरकार की हालत इतनी नहीं है कि वह ३ करोड़ रुपए भी अपने बलबूते खर्च कर सके। सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना के बाद सीवर प्रोजेक्ट एेसी दूसरी योजना होगी, जिसमें शहरवासियों को यूजर चार्ज देना होगा। वर्तमान में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के रूप में शहरवासियों को संस्थान के हिसाब से ३० से लेकर ३००० रुपए तक का यूजर चार्ज देना पड़ रहा है।
- ३०२ करोड़ ७४ लाख रुपए है प्रोजेक्ट की अनुमानित कीमत।
- ७६ करोड़ ६१ लाख रुपए की बड़ी राशि यूआईडीएसएसएमटी देगा।
- ११३ करोड़ की राशि केंद्र सरकार अमृत योजना के तहत देगी।
- ९० करोड़ ४४ लाख की राशि का शेयर राज्य सरकार का होगा
डीपीआर की फैक्ट फाइल
६०१७३ कनेक्शन होने का लगाया गया है अंदाजा
०१ करोड़ २० लाख शहर से प्रतिमाह वसूली का लक्ष्य
१४ करोड़ ४४ लाख रुपए प्रति साल की जाएगी वसूली
१२ करोड़ ३ लाख वन टाइम कनेक्शन के जरिए कमाएंगे
Published on:
14 Mar 2018 03:47 pm
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