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भीम आर्मी चीफ ने अब देवबंद पहुंचकर जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष से की मुलाकात, दिया ये बड़ा बयान

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने देवबंद पहुंचकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष से लिया आशीर्वाद

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सहारनपुर।

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने मंगलवार काे देवबंद पहुंचकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी से मुलाकात की। चंद्रशेखर इस मुलाकात के लिए देवबंद दारूल उलूम के पास स्थित मदनी आवास पहुंचे आैर माैलाना अरशद मदनी से करीब 20 मिनट तक बातें की। माैलाना अरशद मदनी आैर भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर के बीच यह मुलाकात कमरे में हुई। इस मुलाकात के बाद चंद्रशेखर बाहर आए ताे पूछने पर उन्हाेंने बताया कि यह व्यक्तिगत मुलाकात थी। वह जेल से छूटने के बाद माैलाना अरशद मदनी से आशीर्वाद लेने आए थे। चंद्रशेखर के आने की सूचना पहले ही देवबंद में पहुंच गई थी। जैसे ही भीम आर्मी संस्थापक के देवबंद आने की खबर फैली ताे यहां भीम आर्मी समर्थकाें का जमवाड़ा लग गया। दाेपहर बाद चंद्रशेखर भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन के साथ पहुंचे आैर अरशद मदनी से बात की। यह अलग बात है कि इस मुलाकात काे चंद्रशेखर ने व्यक्तिगत मुलाकात बताया है लेकिन राजनीतिक गलियाराें में इस मुलाकात काे लेकर अलग-अलग तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। इस मुलाकात काे हाल ही में चंद्रशेखर के खिलाफ बसपा सुप्रीमाें के बयान से जाेड़कर भी देखा जा रहा है।

शरगथल हिंसा पर दिया ये बयान

अरशद मदनी से वार्ता कर बाहर आए चंद्रशेखर ने सरसावा क्षेत्र में पड़ने वाले गांव शरगथल में भीम आर्मी समर्थकाें व मुस्लिम युवाआें के बीच हुए विवाद की घटना काे आपसी मामला बताया। चंद्रशेखर ने कहा कि दलित आैर मुस्लिम एक परिवार की तरह हैं आैर परिवार में झगड़े हाेते रहते हैं। चंद्रशेखर ने यह भी कहा कि दलिताें में भी आपस में झगड़े हाे जाते हैं। इसलिए शरगथल की घटना काेई बड़ा मामला नहीं है।

मीडिया से बचते हुए दिखाई चंद्रशेखर

सहारनपुर में भड़की जातीय हिंसा के मुख्य आराेपी आैर भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर देवबंद में मीडिया से बचते हुए नजर आए। मीडियाकर्मियाें के सवालाें से बचने के लिए यहां चंद्रशेखर काफी जल्दी में दिखाई दिए आैर गाड़ी में बैठकर निकल लिए। यहां उन्हाेंने सिर्फ यही बयान दिया कि सरसावा के शरगथल में दलिताें आैर मुस्लिम युवकाें के बीच हुआ विवाद काेई बड़ा मामला नहीं है।