6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

चुनाव 2019 को लेकर जेल से रिहा होते ही चंदशेखर ने लिया यह संकल्प

भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर ने 2019 को लेकर भाजपा के खिलाफ मोर्चा खाेला माेर्चा आैर कह दी ये बात

2 min read
Google source verification
saharanpur news

bheem aarmi saharanpur

सहारनपुर।

जेल से रिहा होते ही भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर उर्फ रावण ने चुनाव 2019 को लेकर भाजपा के खिलाफ बड़ी घोषणा कर दी है। चंद्रशेखर ने कहा है कि भाजपा पार्टी को 2019 में उखाड़ फेंकेंगे और इसके लिए आज से ही मेहनत शुरु हो गई है। चंद्रशेखर ने यह बातें जेल से रिहा होने के बाद अपने घर पहुंचने पर कहीं। छुटमलपुर स्थित रावण के आवास पर पहले से ही हजारों की संख्या में समर्थक मौजूद थे और यहां पहुंचते ही समर्थकों ने चंद्रशेखर को अपने कंधो पर उठा लिया। इसी भीड़ को संबोधित करते हुए चंद्रशेखर उर्फ रावण ने कहा कि भाजपा के जो नेता 50 से 60 सीट मिलने की बात करते हैं वह यह जान लें कि 2019 में उनसे सत्ता छीन जाएगी। चंद्रशेखर ने कहा कि 2019 में भाजपा का वह हाल कर देंगे कि उन्हें विपक्ष में बैठने की जगह भी नहीं मिल पाएगी।


भाजपा के खिलाफ लिया संकल्प
चंद्रशेखर उर्फ रावण ने अपने समर्थकों के बीच यह संकल्प लिया कि जब तक भाजपा पार्टी को सत्ता से नहीं उखाड़ दूंगा तब तक अपना काेई सम्मान नहीं कराउंगा, तब तक चैन से नहीं बैठूंगा। इस संकल्प पर सभी समर्थकों ने नारे के साथ अपनी मुहर लगाई और कहा कि वह भी इस लड़ाई में शामिल है। दरअसल, संबाेधन के दौरान चंद्रशेखर का एक समर्थक उनके लिए नोटों की माला लेकर आ गया। इसने जैसे ही इस माला काे चंद्रशेखर को पहनाने की काेशिश ताे चंद्रशेखर ने साफ इंकार कर दिया आैर कह दिया कि ''मैं सम्मान कराने के लिए जेल से बाहर नहीं आया हूं लड़ाई लड़ने के लिए आया हूं'' जब तक भाजपा काे सत्ता से नहीं उखाड़ फेंकता ततब तक काेई भी सम्मान नहीं कराउंगा। अभी तो लड़ाई शुरू हुई है इस लड़ाई को पूरी जिम्मेदारी के साथ लड़ना है और ब्राह्मणवाद और भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलना है।

मायावती को बताया बुआ जी
जेल से छूटते ही चंद्रशेखर ने बसपा सुप्रीमो मायावती को बुआ जी बताया और कहा कि बुआ जी ने दलितों की रक्षा के लिए बहुत मेहनत की है। बहुत काम किया है और वह मेरी बुआ जी हैं। यह कहने के बाद चंद्रखेशर ने बताया कि, उनसे खून का रिश्ता है जो भी दलितों की आवाज उठाता है उन सभी से मेरा खून का रिश्ता है। इसलिए मायावती से भी खून का रिश्ता है।