
सहारनपुर. बांग्लादेश की सीमा पर तैनात बीएसएफ का एक जवान अपने परिवार के लिए इंसाफ की गुहार लगा रहा है। सहारनपुर के गंगोह थाना क्षेत्र के गांव ताताहेड़ी निवासी बीएसएफ के जवान अजय कुमार ने बॉर्डर से ही वीडियो भेजकर न सिर्फ थाना गंगोह पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं, बल्कि झूठे मुकदमे में फंसे अपने बुजुर्ग पिता और भाई के लिए इंसाफ की मांग भी की है।
वीडियो में जवान अजय कुमार यह कहते हुए दिख रहे हैं कि हम देश की बाहरी दुश्मनों से रक्षा कर रहे हैं, लेकिन हमारा परिवार अपने ही देश में सुरक्षित नहीं है। इस वीडियो में जवान ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने ग्राम प्रधान और लेखपाल से मिली भगत कर उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने आगे कहा है कि थाना गंगोह पुलिस मेरे परिजनों के साथ मारपीट के साथ घर में भी तोड़फोड़ कर रही है। पिछले 20 दिन से झूठे मामले में मेरे पिता को जेल में बंद कर दिया है।
जवान अपनी पीड़ा बयान करते हुए इस वीडियो में यह भी कहते हुए दुख रहे हैं कि थानाध्यक्ष संजीव कुमार से बात की तो थानाध्यक्ष से चौकाने वाला जवाब मिला। उसने जवान को यह तक कह डाला कि "बॉर्डर पर पत्थर खाते हो, यहां आया तो जेल भेज दूंगा" । इसके चलते जवान ने इन्साफ के लिए डीएम, एसएसपी और एसडीएम को पत्र लिखे हैं, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।
आपको बता दें कि सहारनपुर के थाना गंगोह इलाके में इस वीडियो के वायरल होने पर पुलिस ने एक ओर बीएसएफ जवान के बुजुर्ग पिता व भाई से गाली-गलौज कर मारपीट की और जवान के परिवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पिता व भाई को जेल भेज दिया। जवान के साथ हुए इस व्यवहार से स्थानीय लोगो में आक्रोश बना हुआ है।
आपको बता दें कि बुधवार को थाना गगोह पुलिस का एक वीडियो वायरल हुआ था। यह वीडियो 6 जनवरी का है। इसमें थाना गंगोह गांव तातारपुर में पुलिस की दबंगई नजर आ रही है। गांव के रहने वाले सरदारा सिंह तथा उनके बेटे प्रमोद कुमार के साथ थाना गंगोह की पुलिस धक्का-मुक्की करती हुई दिख रही है। वीडियो में पुलिस ने भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए उन्हें धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया। इसके बाद दारोगा ने लात भी मारी। फिर सिपाहियों ने भी मारपीट की। वीडियो वायरल होने के बाद जब सरदारा सिंह के बेटे बीएसएफ जवान अजय कुमार से फोन पर संर्पक किया तो उन्होंने बताया कि पुलिस ने उनके परिवार को बर्बाद कर दिया है।
बताया जा रहा है कि ग्राम प्रधान ने लेखपाल व पुलिस से सांठगांठ कर उनके कब्जे में 1971 से चली आ रही पट्टे की जमीन को तालाब में दर्शा दिया। हालांकि, इस संबंध में एक वाद बोर्ड ऑफ रेवेन्यू इलाहाबाद में विचाराधीन है। बावजूद इसके पांच जनवरी को लेखपाल राज कुमार पुलिस टीम को लेकर जमीन पर कब्जा लेने के लिए पहुंच गया। बांग्लादेश के बॉर्डर पर न्यू जलपाईगुड़ी में तैनात बीएसएफ जवान अजय कुमार ने बताया कि लेखपाल ने पुलिस से उनके पिता, भाई व रिश्तेदारों को पिटवाया।
ख़ास बात तो ये है कि लेखपाल ने 307 की धारा सहित कई संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करवा दी। जवान ने एसओ गंगोह संजीव कुमार से फोन पर बात की तो उन्होंने मदद करने के बजाय उल्टा यह कहा कि वहां तो तुम पत्थर खाते हो, यदि यहां आया तो जेल भेज दूंगा। बीएसएफ जवान ने बताया कि लेखपाल ने उसकी बहनों को भी नामजद करा दिया है। पुलिस रोज घर में दबिश डाल कर तोडफ़ोड़ कर रही है। जवान के परिवार के साथ हो रहे अन्याय और जवान से हुए दुर्व्यवहार से इलाके के लोगो में आक्रोश बना हुआ है। इस घटना से पुलिस महकमे की लगातार किरकरी हो रही है। शायद यही वजह है कि पुलिस कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से बच रही है।
Published on:
31 Jan 2018 03:21 pm
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