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यूपी की सियासत में बड़ा बदलाव, इस पार्टी के उपाध्यक्ष ने चंद्रशेखर से की मुलाकात आैर हुर्इ ये बातें

locationसहारनपुरPublished: Sep 14, 2018 06:43:42 pm

Submitted by:

Nitin Sharma

इस पार्टी के विधायक भी चंद्रशेखर से मिलने पहुंचे

RAVAN

यूपी की सियासत में बड़ा बदलाव, इस पार्टी के उपाध्यक्ष ने चंद्रशेखर से की मुलाकात आैर हुर्इ ये बातें

सहारनपुर।जेल से रिहा होते ही भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर उर्फ रावण के घर में राजनीतिक दलों के दिग्गज नेताआें का आना जाना अौर संगठन के युवाआें का जमावड़ा लगा हुआ है। एेसे में यूपी की सियासत में बड़ा बदलाव भी आ सकता है।इसकी वजह चंद्रशेखर उर्फ रावण द्वारा खुले तौर पर लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा के खिलाफ बड़ी घोषणा करना भी है। चंद्रशेखर ने कहा है कि भाजपा पार्टी को 2019 में उखाड़ फेंकेंगे और इसके लिए आज से ही मेहनत शुरु हो गई है।

वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें-चंद्रशेखर की रिहाई के लिए देश के कई हिस्‍सों से आए समर्थक

ये दिग्गज नेता आैर विधायक पहुंचे चंद्रशेखर के घर हुर्इ ये बात

वहीं शुक्रवार दोपहर को छुटमलपुर स्थित चंद्रशेखर उर्फ रावण के आवास पर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद के साथ मेरठ के बैहट क्षेत्र से कांग्रेस विधायक नरेश सैनी आैर सहारनपुर देहात विधायक मसूद अख्तर पहुंचे।यहां उन्होंने चंद्रशेखर का हाल जाना।वहीं चंद्रशेखर उर्फ रावण ने कहा कि मुस्लिम आैर दलित समाज का आपस में जोड़ है।भीम आर्मी में मुस्लिम आैर दलित लोग जुड़े हुए है। इन्हें आगे भी जोड़ जाएगा।वहीं रावण ने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव में किसी पार्टी को सपोर्ट नहीं करेंगे।भीम आर्मी राजनीतिक पार्टी नहीं है एक संगठन है। यह संगठन भाजपा का विरोध करेंगा। इसकी वजह उन्होंने कहा कि भाजपा दलित विरोधी है। वहीं कुछ घंटों की मुलाकात के बाद कांग्रेसी विधायकों के साथ इमरान मसूद लौट गये।

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भाजपा के खिलाफ लिया संकल्प

चंद्रशेखर उर्फ रावण ने अपने समर्थकों के बीच यह संकल्प लिया कि जब तक भाजपा पार्टी को सत्ता से नहीं उखाड़ दूंगा। तब तक अपना काेई सम्मान नहीं कराउंगा। तब तक चैन से नहीं बैठूंगा। इस संकल्प पर सभी समर्थकों ने नारे के साथ अपनी मुहर लगाई और कहा कि वह भी इस लड़ाई में शामिल है। दरअसल, संबाेधन के दौरान चंद्रशेखर का एक समर्थक उनके लिए नोटों की माला लेकर आ गया। उसने जैसे ही इस माला काे चंद्रशेखर को पहनाने की काेशिश ताे चंद्रशेखर ने साफ इंकार कर दिया आैर कह दिया कि ”मैं सम्मान कराने के लिए जेल से बाहर नहीं आया हूं।लड़ाई लड़ने के लिए आया हूं”।जब तक भाजपा काे सत्ता से नहीं उखाड़ फेंकता ततब तक काेई भी सम्मान नहीं कराउंगा।अभी तो लड़ाई शुरू हुई है इस लड़ाई को पूरी जिम्मेदारी के साथ लड़ना है और ब्राह्मणवाद और भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलना है।

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