
सहारनपुर/देवबंद. देश में गाय पर जारी राजनीति और हिंसा पर लगाम लगाने के लिए जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि गाय से देश के एक बड़े तब्के की भावना जुड़ी हुई है। गोहत्या को लेकर आए दिन माहौल बिगड़ने की स्थिति पैदा हो जाती है। कथित गोतस्करी और गोहत्या को लेकर देश में कई हत्याएं हो चुकी हैं। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए उन्होंने गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि असम, झारखंड, राजस्थान, यूपी समेत पूरे हिंदुस्तान में गोहत्या के नाम पर लोगों कोजानें ली जा चुकी हैं। इसमें मुसलमानों और दलितों को मारा गया-पीटा गया। मौलाना अरशद ने कहा है कि गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने से गाय और इंसान दोनों की ही रक्षा होगी।
उन्होंने कहा कि मैं यह कहता हूं कि हम अपने मुल्क के लोगों के जज्बात से नहीं खेलना चाहते। इसिलए ऐसी सूरत में गाय भी महफूज रहेंगी और हमारे मुल्क के अंदर बसने वाले लोग भी महफूज रहें और उसके लिए एक बेहतरीन सूरत यह है कि कानूनी ऐतबार से गाय को सुरक्षित कर देना चाहिए। गाय को महफूज या सुरक्षित करने के लिए आप एक कानून बनाइए और वह कानून यह है कि आपने जिस तरह से मोर को और कुछ दूसरे जानवरों को नेशनल जानवर माना है। उसी तरह से गाय को भी नेशनल जानवर मानिए । इसका नतीजा यह होगा कि गाय भी महफूज रहेंगी और आदमी की भी जान महफूज होगी। उन्होंने कहा कि यही बात मैने सालभर पहले भी दिल्ली में कहा था और अभी हमने मुंबई में सभी धर्मगुरु के सामने भी यह बात रखी थी कि आप इसे नेशनल जानवर बनाइए हम आपके साथ हैं।
अगर ऐसा हुआ तो इसको खाने वाला भी मुजरिम होगा, इस को बेचने वाला भी मुजरिम होगा। इसको खरीदने वाला भी मुजरिम होगा। इसको काटने वाला भी मुजरिम होगा। इससे आदमी भी महफूज रहेगा। हम तो यह चाहते हैं कि कल की बजाए आज ही इसको नेशनल जानवर घोषित कर दिया जाए ।
Published on:
06 Feb 2018 08:06 pm
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