ज्ञात हो कि रामकोला थाना क्षेत्र में एक मुस्लिम युवक बाबर की सिर्फ इसलिए पीट-पीटकर हत्या की गई थी, क्योंकि उसने यूपी में भाजपा की जीत पर लड्डू बांटकर जश्न मनाया था। मामले के तूल पकड़ते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए थे। वहीं, अब जांच के लिए डीआईजी जे रविंदर गौड़ मृतक बाबर के घर पहुंचे। जहां बाबर की बेबस मां रोते हुए डीआईजी के पैरों में गिर गईं और न्याय की गुहार लगाई। डीआईजी ने बाबर की मां को उठाया और फिर घर में जांच की। डीआईजी ने बताया परिजनों की तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया गया है। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तारी भी किया जा चुका है। उन्हाेंने कहा कि परिजनों ने जिन आरोपियों का नाम बताए हैं, उन सभी की जांच होगी। उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने वाले थानाध्यक्ष को लाइनहाजिर कर दिया गया है। डीआईजी ने बताया कि मृतक बाबर के परिजनों को सुरक्षा भी दी जाएगी।
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कानपुर के कमिश्नर रहे मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन हुए रिटायर, सरकारी आवास पर धार्मिक कट्टरता का पाठ पढ़ाने का था आरोप जानिए कौन था बाबर अली कुशीनगर के रामकोला थाना क्षेत्र के गांव कठघरहीं के रहने वाले सूबेदार अली का सबसे छोटा पुत्र बाबर अली है, जो कि गांव के अमवा चौराहे पर मुर्गा बेचता है। घर में बाबर की मां-पत्नी के साथ एक चार साल बेटा और छह साल की एक बेटी है। चुनाव के दौरान बाबर अली भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी के प्रचार-प्रसार में लगा था। यह बात बाबर के पट्टीदारों को पसंद नहीं आई। उन्होंने कई बार बाबर को ऐसा करने से रोका, लेकिन बाबर भाजपा का समर्थन करता रहा।
भाजपा को यूपी चुनाव में पूर्ण बहुमत मिलने से बाबर बेहद खुश था और सरकार बनने पर उसने जमकर जीत का जश्न मनाते हुए गांव में मिठाई भी बांटी। इस कारण उससे पड़ोसी नाराज हो गए। 20 मार्च को दुकान से लौटने पर बाबर ने जय श्रीराम का नारा भी लगा दिया। यह सुन पट्टीदार अजीमुल्लाह, ताहिद, परवेज और आरिफ ने अपने साथियों के साथ बाबर पर हमला बोल दिया। बाबर की पत्नी ने बताया कि पट्टीदारों घर में घुस आए और बाबर को बुरी तरह पीट दिया। वह जाने बचाने को घर की छत पर चढ़ा तो उसे नीचे फेंक दिया। इसके बाद बाबर को इलाज के लिए सीएचसी ले जाया गया, जहां चिकित्सकों हालत गंभीर बताते हुए लखनऊ रेफर कर दिया। लखनऊ में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।