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अन्नदाता को मिली राहत: 409 किसानों के खातों में आएंगे भावांतर के 61 लाख

दो दिन में मिलेगा भावांतर भुगतान योजना का लाभ

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Bhavantar yojna

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सतना. भावांतर भुगतान योजना के तहत पंजीकृत किसानों के दिन बहुरने वाले हैं। जिन किसानों ने योजना के तहत मंडियों में उड़द और सोयाबीन की उपज बेची थी, भावांतर की राशि एक-दो दिन में उनके खाते में पहुंच जाएगी। इससे न सिर्फ किसानों को उनकी उपज का उचित दाम मिल जाएगा, बल्कि सूखे की मार झेल रहे किसानों के खाते में उपज की अतिरिक्त राशि मिलने से उन्हें आर्थिक लाभ भी होगा।

अक्टूबर माह में जिले की मंडियों में 409 पंजीकृत किसानों ने अपनी उपज बेची थी। सरकार ने इन किसानों के लिए भावांतर की राशि जारी कर दी है। किसानों को वितरित करने के लिए मंडी प्रशासन को 61,05,485 रुपए मिले हैं। राशि दो दिन में किसानों द्वारा दिए गए खाते में भेज दी जाएगी।


बुधवार को मंडी प्रशासन द्वारा भावांतर योजना के तहत जिन किसानों ने उपज बेची थी, उनकी सूची बनाकर बैंक को भेज दी गई है। मंडी सचिव एसडी वर्मा ने बताया कि जिन किसानों ने अक्टूबर में अपनी उपज बेची थी, 23 नवंबर से पहले उनके खाते में भावांतर की राशि पहुंचने लगेगी। दो-तीन दिन में सभी 409 किसानों को राशि का भुगतान उनके खाते में कर दिया जाएगा।


मोबाइल में जाएगा मैसेज
पंजीकृत किस किसान को उसकी उपज का जितना भावांतर मिलेगा, उसकी जानकारी संबंधित किसानों के मोबाइल में मैसेज कर दे दी गई है। मंडी प्रशासन का कहना है, जिन किसानों के मोबाइल नंबर बैंक खाते में दर्ज हैं राशि पहुंचने पर उनके पास बैंक से भी मैसेज आएगा। जिन किसानों के मोबाइल नंबर खाते में नहीं जुड़े हैं वे बैंक में जाकर इसकी जानकारी ले सकते हैं।


10 क्विंटल उड़द के मिलेंगे 25 हजार
भावांतर योजना के तहत अक्टूबर में किसानों द्वारा मंडियों में बेची गई उड़द का सरकार ने मॉडल मूल्य 3000 रुपए प्रति क्विंटल तय किए हैं। जिन किसानों की उड़द की फसल तीन हजार या इससे कम में बिकी है, ऐसे किसानों को सरकार समर्थन मूल्य के भाव का अंतर 2400 रुपए प्रति क्ंिवटल किसानों को उनके खाते में भुगतान करेगी। यदि किसी किसान ने अक्टूबर में 10 क्विंटल उड़द बेची थी और व्यापारी ने उसकी उपज 3000 रुपए क्ंिवटल से कम दाम में खरीदी थी तो एेेसे किसान को सरकार 10 क्विंटल उपज का 24000 रुपए उसके खाते में भुगतान करेगी।