
Accused of ATM blast did not provoke incidents of Satna
सतना. एटीएम ब्लास्ट कर लूट करने वाले गिरोह ने सतना में हुई किसी भी वारदात को करना स्वीकार नहीं किया है। दमोह जिले में पकड़े गए इस गैंग के कब्जे से भी पुलिस ने बड़ी मात्रा में जाली नोट बरामद किए हैं। इससे एक बात तो साफ हो गई कि जाली नोट खपाने और एटीएम में वारदातें करने वले गिरोह के सदस्य एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।
गौर करने वाली बात तो यह है कि सतना जिले में जाली नोट के कारोबार का खुलासा करने के बाद पुलिस के सामने एटीएम का काम देखने वाली एक सिक्योरिटी एजंसी केे संचालक का नाम आया था। जो अब तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका जबकि चर्चा है कि उसका कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। जबकि राजनैतिक गलियारे में ऊंची पहुंच वाले इस सिक्योरिटी एजेंसी संचालक के पकड़े जाने के बाद पुलिस और भी बड़े खुलासे कर सकती है।
यह आरोपी हुए थे गिरफ्तार
जाली नोट बनाने के मामले में पुलिस ने आरोपी आशीष श्रीवास्तव पुत्र सुरेन्द्र प्रसाद श्रीवास्तव (42) निवासी राजेन्द्र नगर गली नम्बर 9, रजनीश यादव उर्फ लाला पुत्र महेश यादव (23) निवासी ग्राम ऐरा तालाब के पास गुरुबाबा बेला थाना रामपुर बघेलान, विनोद कुमार यादव पुत्र रामकुमार यादव (22) निवासी खैरा पुरानी बस्ती वार्ड 4 थाना चोरहटा जिला रीवा को पकड़ा था।
पुलिस को चकमा दे रहा आरोपी
सूत्रों के अनुसार, आशीष और उसके साथियों ने पूछताछ में बताया था कि एस्कॉर्ट के नाम से सिक्योरिटी एजेंसी संचालित करने वाला अरुणोदय सिंह जाली नोट का नेटवर्क चलाता था। उसी के कहने पर जाली नोट का काम शुरू किया गया था। वह अपनी एजेंसी के जरिए एटीएम में जाली नोट खपाता था। यह बात भी सामने आई है कि अरुणोदय के राजनैतिक व्यक्तियों से संबंध हैं।
वर्जन...
सिक्योरिटी एजेंसी संचालक की तलाश में पुलिस पार्टी लगी हुई हैं। जल्द ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
- राजेन्द्र प्रसाद मिश्रा, टीआइ,सिटी कोतवाली
Published on:
27 Jul 2020 11:46 pm
बड़ी खबरें
View Allसतना
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
