
chitrakoot diwali mela 2019: lamp donation importance in chitrakoot
सतना/ प्रभु श्रीराम की कर्मभूमि चित्रकूट में शुक्रवार से पांच दिवसीय दीपावली मेला शुरू हो गया। पहले दिन से ही यहां श्रद्धालुओं और दर्शनार्थियों का रेला पहुंचने लगा है। मेला अवधि में 35 लाख लोगों के आने की संभावना के मद्देनजर प्रशासन ने यहां सख्त सुरक्षा इंतजाम किए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है तो डिजिटल निगरानी की भी व्यवस्था की गई है।
प्रशासन ने मेले को खास बनाने के लिए भी तमाम तैयारियां की हैं। मेले के पहले हीतमाम अतिक्रण हटाए गए तो गली चौराहों को चौड़ा किया गया है। मेला क्षेत्र की सभी गलियों में रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। परिक्रमा पथ और मंदाकिनी घाट पर भीड़ का ज्यादा दबाव देखते हुए यहां पर विशेष इंतजाम किए गए हैं।
ये है मामला
दीपावली पर मान्यता के अनुसार लाखों श्रद्धालु कामतानाथ पर्वत की पंचकोसी परिक्रमा लगाने के बाद माता सती अनुसुइया के प्रताप से निकली पुण्य सलिला मंदाकिनी में स्नान कर संध्या को दीप दान करते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके लिए स्थानीय और आसपास के इलाकों के अलावा अन्य राज्यों से भी काफी संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं। पांच दिन चलने वाले इस मेले में भारी जनसैलाव उमड़ता है। इसको लेकर जिला प्रशासन ने तमाम इंतजाम किए हैं।
दोपहर से लोगों का पहुंचना शुरू
चित्रकूट में दीपावाली मेले को लेकर काफी संख्या में पहले ही दिन से श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया है। काफी संख्या में तो आसपास के ऐसे भी श्रद्धालु है जो यहां डेरा डालकर पांच दिन तक दीपदान का पुण्यलाभ लेने के लिये पहुंचे हैं।
यहां पार्क करें वाहन
मेले में आने वाले वाहनों के लिए ६ पार्किंग बनाई गई हैं। 3 पार्किंग रजौला बाइपास के पास, एक पीली कोठी के पास तथा दो पार्किंग अंदर बनाई गई है। सभी पार्किंग में शुल्क के बोर्ड स्थापित किए गए हैं। ठेकेदारों को सख्त ताकीद किया गया कि तय शुल्क से ज्यादा वसूली की शिकायत पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। ट्रैफिक पुलिस की अलग से व्यवस्था की गई है। जगह-जगह चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं।
शाम से रोके भारी वाहन
चित्रकूट में शाम तक काफी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के बाद शाम से चित्रकूट क्षेत्र में भारी वाहनों की आवा-जाही बंद कर दी गई। इधर अचानक यातायात दबाव बढऩे से सती अनुसुइया क्षेत्र में शाम को जाम की स्थिति बन गई और एक घंटे तक वाहन सरकते रहे।
कलेक्टर ने ली बैठक
मेला शुरू होने के पहले दिन कलेक्टर सत्येंद्र सिंह ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों और मेला ड्यूटी में तैनात मजिस्ट्रेट की बैठक ली। सभी को तय जिम्मेदारियां सतर्कता और सजगता पूर्वक निभाने कहा गया। किसी भी आपातस्थिति के लिए तैनात रहने कहा गया। आने वाले लोगों से अच्छा व्यवहार करने और सहयोगात्मक रवैया रखने की ताकीद दी गई। इसके बाद मेला प्रक्षेत्र का भ्रमण किया गया।
व्यापक सुरक्षा इंतजाम
मप्र एरिया में मेला प्रक्षेत्र को 9 जोन में बांटा गया है। दो पालियों में यहां 1200 जवानों को तैनात किया गया है। 2 कंपनी एसएएफ पहुंची है तो 600 का बल जबलपुर, सागर और बालाघाट से बुलाया गया है। पीटीएस उमरिया और रीवा से 100 जवान बुलाए गए हैं। 125 जवान एसएएफ के नव आरक्षक, 100 जवान होमगार्ड के अलावा जिले का 300 बल तैनात किया गया है। इन पर नियंत्रण के लिये दो एडिशनल एसपी व 9 डीएसपी तैनात किए गए हैं। उधर उत्तर प्रदेश प्रशासन ने 35 से 40 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना को देखते हुए 9 जोन मजिस्ट्रेट, 18 सेक्टर मजिस्टे्रट सहित 6 स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की है। 14 सीओ, 36 इंस्पेक्टर, 1400 सब इंस्पेक्टर, 600 सिपाही, 3 कंपनी पीएसी और 2 पलटन फ्लड लगाई गई है।
झिलमिला उठती है मंदाकिनी
दीपावली के दिन चित्रकूट में दीपदान का महात्म्य है। इसलिए यहां आने वाला हर श्रद्धालु मंदाकिनी नदी में दीपदान अवश्य करता है। दीपावली को यहां मंदाकिनी नदी में अर्पित किए जाने वाले दीपकों की रोशनी जल से प्रतिबिंबित होकर मनमोहक दृश्य बनाती है। रामघाट और भरत घाट में दीप मालाओं की आकर्षक सजावट मनोहारी होती है। इस नजारे को देखने काफी संख्या में लोग नौका विहार करते हैं। इन क्षणों को और बेहतर करने प्रशासन ने इस बार काफी साज सज्जा और रोशनी के इंतजाम किए हैं। पूरा मंदाकिनी तट झिलमिला रहा है।
Published on:
26 Oct 2019 12:03 pm
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