24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

डॉक्टर धीरेंद्र सिंह को शोकॉज, जवाब-तलब जाने क्यों ?

प्रसूताओं की मौत सहित अन्य मामलों में घिरे तत्कालीन सीबीएमओ

2 min read
Google source verification

image

Suresh Kumar Mishra

Mar 22, 2016

satna news

satna news


सतना
अपर संचालक संचालनालय स्वास्थ्य सेवा ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर बाघेलान के तत्कालीन सीबीएमओ डॉ. धीरेंद्र सिंह को शोकॉज जारी कर जवाब-तलब किया है। दो प्रसूताओं सहित आधा दर्जन मामलों में लापरवाही सामने आने पर उनसे 15 दिन में जवाब तलब किया गया है। जवाब न भेजने की दशा में एकपक्षीय कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।


यह है मामला

नवंबर 2015 में दो प्रसूताओं की मौत मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर संतोष मिश्रा ने सीबीएमओ पद से डॉ. धीरेंद्र सिंह को हटा दिया था। इसके पहले सीएमएचओ डॉ. एसपी गर्ग द्वारा सीएचसी में प्रसूताओं के इलाज में बरती जा रही लापरवाही सहित अन्य मामलों के जांच प्रतिवेदन संचालनालय को भेजे गए थे। मामले को गंभीरता से लेते हुए डॉ. सिंह से जवाब-तलब किया गया है।


विभाग की छवि हुई धूमिल

अपर संचालक संचालनालय स्वास्थ्य सेवा शैलबाला मार्टिन ने माना है कि तत्कालीन सीबीएमओ की लापरवाही से विभाग की छवि आमजन के समक्ष धूमिल हुई है। जानबूझकर की गई लापरवाही को कदाचरण भी माना गया है।


विधानसभा में गूंजा था मामला

रैगांव विधायक ऊषा चौधरी ने सदन में सरकार से पूछा था कि प्रसूताओं की मौत का कारण क्या था? क्या सीएचसी में पदस्थ चिकित्सक और स्टाफ नर्स की लापरवाही से महिलाओं की मौत हुई है? यदि हां, तो मौत के बाद प्रसूता पूजा का पीएम क्यों नहीं कराया गया? मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की गई थी?


यह हैं आरोप

इलाज में लापरवाही की वजह से 15 दिन में दो प्रसूताओं ललिता केवट निवासी नरसिंहपुर और पूजा साकेत निवासी महुरछ की मौत।

सीएचसी को एक्स-रे मशीन प्रदान की गई, लेकिन इसका इंस्टालेशन नहीं कराया गया। लापरवाही से मरीजों को सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा था।

चित्रकूट मेले के लिए जानबूझकर एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं करायी गयी। वरिष्ठ कार्यालय के निर्देशों की अवहेलना की गई।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक में उपस्थित नहीं होना। कार्यक्रमों में रुचि नहीं लेना। इसकी वजह से आमजन को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा।


ये भी पढ़ें

image