- नान स्टॉप चार बसें दौड़ेंगी सतना रेलवे स्टेशन से रीवा आइएसबीटी तक- हरी झंडी मिलते ही यात्रियों के खिले चेहरे
सतना. सूत्र सेवा के तहत शुक्रवार को सतना-रीवा के बीच इंटरसिटी एक्सप्रेस बस सेवा का शुभारंभ हुआ। कलेक्टर अजय कटेसरिया ने निगमायुक्त अमनवीर सिंह बैस की मौजूदगी मंे सिटी बस को हरी झंडी दिखाई। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने बस में बैठकर ट्रायल लिया। शुरुआती दौर में रीवा और सतना के मध्य चार बसों का संचालन किया जा रहा। पहले दिन सिटी बस में यात्रा कर यात्री खुशी से झूम उठे। रेलवे स्टेशन से रीवा जाने वाली बस में सवार एक दंपती की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा।
'पत्रिका' से बातचीत में यात्रियों ने कहा कि हम रीवा जा रहे हैं। सिटी बस चलने से रीवा सहित सीधी, सिंगरौली जाने वाले यात्रियों को भी राहत मिलेगी। अब हमारा शहर भी इंदौर, भोपाल की तर्ज पर विकसित हो रहा है। एक अच्छे शहर की पहचान सिर्फ ट्रैफिक सिस्टम से ही होती है। कम पैसे में अगर अच्छी यात्रा होगी तो कौन नहीं करना चाहेगा।
कलेक्टर ने दिखाई हरी झंडी
इंटर सिटी बस का शुभारंभ कलेक्टर अजय कटेसरिया एवं निगमायुक्त अमनवीर सिंह बैस ने किया। कलेक्टर सहित आधा दर्जन अधिकारी रेलवे स्टेशन में बनाए गए स्टाप पर बैठकर बस की सवारी की। ट्रायल करते समय कलेक्टर ने आरटीओ सहित अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए की बस संचालन में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं आना चाहिए।
60 रुपए होगा किराया
परिवहन विभाग के अनुसार अभी रीवा और सतना के मध्य 60 रुपए का किराया निर्धारित किया गया है। रेलवे स्टेशन से रवाना होने वाली बस सर्किट हाउस और बीटीआई सहित गहरा नाला से सवारी लेते हुए नॉन स्टाप रीवा में रुकेगी। सतना और रीवा के मध्य का सफर महज एक घंटे का होगा। 45 सीटर बस की लागत 22.50 लाख रुपए बताई जा रही है। जहां एससीटीएसएल को शासन द्वारा 40 प्रतिशत का अनुदान सहित पूरी जिम्मेदारी होगी। सिर्फ मेंटीनेंस और कर्मचारी बस संचालक के होंगे।
रीवा जाने की टाइमिंग
सबसे पहली बस अलसुबह 4.30 बजे सतना से रवाना होगी। इसके बाद 5 बजे, 7 बजे, 7.30 बजे के बाद सीधे 9 बजे बस जाएगी। फिर 9.30 बजे, 11.30 बजे, 12 बजे, 1.30 बजे, 2 बजे और 4 बजे सहित सतना की ओर से लास्ट बस 4.30 बजे रवाना होगी।
सतना आने की टाइमिंग
रीवा से सतना की ओर आने वाली इंटर सिटी बस की शुरुआत 7 बजे से होगी। इसके बाद 7.30 बजे, 9.30 बजे, 10 बजे, 11.30 बजे, 12 बजे, 2 बजे, 2.30 बजे, 4 बजे, 4.30 बजे, 6.30 बजे और लास्ट बस 7 बजे रीवा से सतना रेलवे स्टेशन के लिए रवाना होगी।
अप-डाउन करने वालों की यात्रा होगी सुगम
एससीटीएसएल के संचालक पंकज त्रिपाठी ने बताया कि अभी तक यात्री ऑटों में सवार होकर बस स्टैंड तक जाते थे। फिर धक्के खाते हुए रीवा की यात्रा करनी पड़ती थी। पैसे देने के बावजूद यात्रियों को उचित स्थान बस पर नहीं मिलता था। साथ ही संभागीय मुख्यालय के कारण ज्यादातर लोग रीवा अप-डाउन करते हैं, उनको भी सहूलियत मिलेगी। अमृत योजना फंड के तहत चलाई जा रही बस में दो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पहला कैमरा बस के बाहर और दूसरा कैमरा बस के अंदर लगाया गया है। खास किस्म के ये सीसीटीवी कैमरे बस के अंदर हर यात्री की गतिविधि पर नजर रखेंगे।
जीपीएस से होगी बसों की ट्रैकिंग
नगर निगम द्वारा सड़क पर दौडऩे वाली इंटर सिटी बसों में जीपीएस सिस्टम लगाया है। कंट्रोल रूम से मानीटरिंग करने वाले दल के लोग गाडि़यों की समय-समय पर ट्रैकिंग करेंगे। इंटरसिटी बस का कंट्रोल रूम अभी नगर निगम में बनाया गया है, जबकि दूसरा कंट्रोल रूम स्मार्ट सिटी आफिस में होगा। पीपीपी मोड के तहत संचालित इंटर सिटी बस की सफलता के बाद और गाडिय़ां बढ़ऩे की संभावना है।
सतना और रीवा के बीच इंटर सिटी बस सेवा का निर्णय जिला प्रशासन ने देर से ही सही पर उठाया तो। ये सुविधा बहुत पहले से होनी चाहिए। अब सीधे स्टेशन से लोग बस पकड़कर रीवा के नए बस स्टैंड तक जा सकेंगे।
मोनिका सोनी, यात्री
सतना से रीवा के बीच चलने वाली सिटी बस में बैठकर बहुत खुश हूं, क्योंकि अब बिना ऑटो में सवार हुए सीधे स्टेशन से रीवा की बस मिल रही है। ये नगर निगम का बहुत अच्छा कदम है। बसों की संख्या बढऩे से सब यात्रियों को आसानी होगी।
गिरीश श्रीवास्तव, यात्री
निजी बस परिचालन के कारण सबसे ज्यादा परेशानी रीवा से जाने वाले यात्रियों को होती थी। यहां बसों की कोई टाइमिंग नहीं होती थी। भागम-भाग के चक्कर में पैसेंजर परेशान होते थे। सिटी बस में थोड़ा बहुत प्रशासन का सिकंजा रहेगा। ऐसे में शायद यात्री सुविधाओं पर ध्यान रहे।
रमेश गौतम, यात्री
बाहर से आने वाले यात्रियों को अभी तक स्टेशन से बस स्टैंड ऑटों से जाना पड़ता था। फिर बस स्टैंड से निजी बसों में बैठकर लोग रीवा जाते थे। वो भी सतना से जाने वाली बसें ज्यादातर पुरानें बस स्टैंड तक ही जाती थी। नए बस स्टैंड तक अगर सिटी बस जाएंगी तो यात्रियों का किराया बचेगा।
अजीत भारती, यात्री